अभी ख़तम हुआ नहीं है
अभी ये किस्सा बाकी है
@Chandra-
Follow me on Instagram (link provided bel... read more
Woh : 1 jan ko kya kr rhe ho?
Main : filhall to kuch socha nhi hai
Woh : accha
Main : hmmm
Woh : (kuch der baad) mere sath chloge
Main : (kuch soch kr) thoda kaam hai uss din....
Woh : saaf saaf Naa kyo nhi bol dete
Main : (khamosh)
Woh : dosto ke sath to turant chle jate ho
Main : (lambi saans leke) Haa kyoki vo mujhe jrurat ke samay chor ke nhi jate
Woh : (khamosh) meri oor takti hue
Main : (gumsum) dhalte suraj ko dekhta hua
@chandra
-
Woh: tum banaras aaye the?
Main : Haa
Woh: Tumne to kha tha kabhi nhi aaunga
Main: Haa bs dosto ne bahoot kha to aana pda
Woh: tum sabka dil rakh lete ho na
Main: koshish krta hu
Woh: bs mera dil ko chorkar
Main: khamosh
Woh: gumsum
@chandra-
हर लड़के ने इससे relate किया होगा, खैर आज जब विराट कोहली ने 71th century मारा तो एक बात और relate किया मैंने की लोग आपसे नफरत नहीं करते वो बस इंतजार मे है आप कब बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे, बस लोगों का प्यार दिखाने का तरीका अलग अलग है, शायद ये जरूरी भी है अगर कोई ये ना कहे कि तुमसे अब नहीं होगा, तुम्हें छोड़ देना चाहिए, तब तक वो मजा कहा आता कर के दिखाने मे
किसी ने लिखा है ना "जीत का मजा तब है जब लोग आपके हार के इंतजार में हो" - chandra-
आज बहुत दिन बाद बहुत कुछ पढ़ने के बाद लिखने का मन किया, तो बात ये है कि कुछ दिन पहले एक दोस्त का call आया था और बातों- बातों मे cricket की बात चल गयी थी और जब cricket की बात हो तो विराट कोहली का नाम ना आए ऐसा कैसे हो सकता है........बातों बातों मे यही बातें हुईं की यार हार जीत तो अलग है लेकिन विराट कोहली नहीं चल रहा mtlb औरों से तो बेहतर है पर वो है ना जब आपने किसी को ऊँचाइयों पे देखा हो और वो थोड़ा सा भी नीचे आ जाए तो पता चल जाता है..... पिछले कुछ सालों से लग रहा था कि कहीं विराट कोहली को भी टीम से ड्रॉप ना कर दिया जाए और उसका ये statement " in a room full of people who support and love me, I felt alone"
-
मैं ऊँचाइयों पे जाना चाहता हू
मगर इतना भी नहीं की फिर,
ज़मी से कोई भी आवाज़
मेरे कानों मे ना आए ||
फलक के पास जाने की
रज़ा तो है मुझे लेकिन,
मैं चाहता हूं कि मेरे
दोस्त भी मेरे साथ मे आए ||-
कोई तो हो जिससे दिल की बात कहू,
थक सा गया हू मैं टूटे खुद को जोड़ते जोड़ते |
-
बहुत टूटा बहुत बिखरा थपेड़े सह नहीं पाया,
हवाओं के इशारों पर मगर मैं बह नहीं पाया,
अधूरा, अनसुना ही रह गया यूं प्यार का किस्सा,
कभी तुम सुन नहीं पायी कभी मैं कह नहीं पाया |
-अज्ञात-