मुझे शिकायत है.. इस समाज से.. इस समाज में रहने वाले लोगों से... शिकायत हैं, उन लोगों से जो चेहरे पर ढोग का नकाब लिए फिरते है.. जो ना जाने क्यूँ इस मतलबी दुनियाँ में फालतू के दिखावे करते है.. जो झूठा अपनापन का अहसास दिलाने में ख़ुद तन्हा और अकेले है, मुझे शिकायत है इस समाज से.. मुझे शिकायत है इस समाज में रहने वाले मेरे अपनों से!