ये शाम ढलती है,सुलगती है तनहा रातों में..!!
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4 AUG 2022 AT 17:49
इश्क़ ए मर्ज बना रहे ऐसे ही मैं गिला क्यों करूँ
.......तू दवा है मेरी मैं दुवा क्यों करूँ......!!-
3 AUG 2022 AT 18:26
जिद्द ए जुनून से कहाँ मिलता है इश्क़ ए सुकून,,
जहाँ दिल राजी नहीं वहां रब राजी नहीं....!!-
2 AUG 2022 AT 18:38
ये प्यार भी कैसी कसक है,,
जो मन को जोग और दिल को रोग लगाती है..!!-
31 JUL 2022 AT 14:54
एक कागज की कश्ती थी,,
दो दिलों का सफर था,,
ले डूबा बेवफा तेरा इश्क़,,
किनारा ए वफ़ा जिसका मेरा दिल था..!!-
30 JUL 2022 AT 21:15
रात खाक होती रही,,दिन के उजालों तले..
आरजूये युं जलती रही बेबस अरमान लिये..!!-