Chandan Chaube  
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News anchor। Journalist । Writer । Host
Joined 25 February 2022


News anchor। Journalist । Writer । Host
Joined 25 February 2022
6 MAR 2022 AT 0:00

सचमुच ...... प्रेम की अनुभूति होती है
सौंदर्य में नहीं रूह में भी नहीं जिस्मों में नहीं
प्रेम शुरू होता है पुस्तकों से पुस्तकों में।

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28 FEB 2022 AT 18:51

शिव से मैं हूं शिव में है सब
पा लिया मैंने सबकुछ चाहिए क्या अब!

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28 FEB 2022 AT 18:32

महादेव मेरे लिए भगवान नहीं है
मेरे पिता समान है मेरे पिता है
मैं उनसे बात करता हूं उनको
महसूस करता हूं सुख दुख में सबकुछ में

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27 FEB 2022 AT 17:17

आदमी की आदमियत से खौफ था मुझे
शुक्र है ख़ुदा का किसी का खौफ नहीं मुझे।

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27 FEB 2022 AT 8:39

ग्रंथों को मान्यता देने का एक
कारण ये भी है क्यूंकि ग्रंथ कहता है
कुछ भी सत्य नहीं मृत्यु के अलावा।

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27 FEB 2022 AT 8:30

जिसको समझ से भी ज्यादा समझने लगा था
वो अब समझ में ही नहीं आती !

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26 FEB 2022 AT 17:22

प्रेमी, प्रेमिका, साथी,सहपाठी, अर्धांगिनी
में प्रेम हो सकता है
पर प्रेम की पराकाष्ठा मां पिताजी ही होते हैं।

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26 FEB 2022 AT 17:15

वक्त को ही पता है कब किस वक्त
वक्त ने इश्क को हरा दिया।

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25 FEB 2022 AT 17:42

नफ़रत,धोखा, इर्ष्या, क्रोध सब
जीत जाता हैं
हार सिर्फ प्रेम के नसीब में होती है।

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25 FEB 2022 AT 16:51

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