Jamane jamane ki baat mohabbat
aaj bhi mujhe teri yaad hain ,
Jamane bhar ki Teri vo baatein yaad hain ,
Tera saj sawar kar mujhe se milene aana
mujhe yaad Hain ,
Tere ittar ki khushbu yaad hn ,
Tere balo ka jaagra yaad Hain
Teri kahi har mohabbat ki baat yaad hain,
Hain mujhe aaj bhi tu wasi hi yaad hain
Jamane jamane ki baat mohabbat aaj bhi
mujhe teri yaad hain .-
क्या बात हैं आज -कल बड़े सुखे-सुखे से रहते हो
दिल में कोइ बात हैं या यु उदास रहते हो ,
थोड़ा देखो तो मेरी ऑंखों में तो जानू तुम्हे मैं
क्या हुआ इतने अब क्यों परेशान रहते हो
है माना जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं तुम पर अब
पर ये सच भी तो नहीं कि वो उम्र से बड़ी हो गई है ।
और क्या हुआ अब आपने तुम से निराश हो जाते हैं
पर फिर घूम फिर कर अंत में तुम्हारे पास हि तो आते हैं,
तुम अभी इतने बड़े भी तो नहीं हुए कि कोई बात हम से छुपाने लगो
हम तुम्हारे हैं इतना तो हक जता सकते हैं
अच्छा हैं तुम जिंदगी से अब खुद से सिखने लगो हो
आपने फैसले खुद लेने लगे हो,
जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं मना पर चिन्ता मत करो
अब भी हम तुम्हारे पीछे ही खड़े हैं।
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Tum do pal ka ehsas mango,
main tumhara zindagi bhar ka sath man lu
Tum Radha sa pram kaho
main Parvati sa dharm man lu
Tum aj ke zamane ka massage kaho
main unish ka pram patra man lu
Tum Kajal bindiya laao main
use apna pura sringar man lu
Tum mujhe apna kaho
main sab kuch apna tum ko man lu
Tum Prem kaho
main use apni zindagi man lu
Tum do pal ka ehsas mango
main Puri zindagi tumhara
sath manglu-
एक लड़की थी सुहानी सी ,
अंदर से एक तूफान सी
सादगी का काजल लुभाता उसे
और वो मुझे भाती थी।
एक मुस्कुराहट देखी थी सुहानी सी पर फिर
अब दोबारा देखने की ख्वाहिश अधूरी थी,
सागर सी शांत वो मैं कड़कता बदला था
मैं बरसों वो समाले मुझे.
देखूं हर रोज उसे फिर भी यह
दिल उसकी एक झलक का दीवाना था
आईना जो बोलता नहीं था
देख उसे वह भी मुस्कुरा दिया,
कितना हसीन चेहरा यह
कहकर वह भी देखता रहा,
सुहानी सी वो लड़की
अंदर से एक तूफान थी
है वो मेरी पहली मोहब्बत ना कम थी।-
जाने वो कहा गाया एक सख्श...
पिता के जाने के बाद
अब घर बड़ा बेटा संभाल रहा था।
कोन क्या कहता हैं सब को अन्दर ही अन्दर भाप रहा था वो।
छुपा रहे थे सब गलतियां अपनी कहकर गलती कर दी तुमने यह कर के।
घर का भार जादा था इसलिए मोन होकर झेल रहा था वो।
सब ठीक कर दुगा मैं मुस्कुरा कर कहा रहा था वो,
अंदर एक तूफ़ान सा था ।
मन ही मन सोच रहा था आज पापा होते तो
सब कितना आसान होता ।।-
Every new day starts with hope, confidence and happiness...
A very warm good morning to all 😊
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यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत।
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम् ।।
परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् ।
धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे ।।
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पांच तत्वों में से एक ,वृक्ष एक जान।
हमारे लिए एक वरदान,
प्रकृति का दिया अनोखा उपहार सुंदरता का वो भंडार।
हरा भरा गाना वो पृथ्वी का ,जिस की शान हरियाली।
उपहार दिए नया जीवन उसने,
पशु पक्षियों का वह घर ऐसा।
हरियाली हो जिस की शान, देता हम सब को जान।
सहायता सहयोग हर जगह मिले ,
ना भेद हुआ ना भाग कभी।
जिसकी वायु से जीवन चले,
फल सब्जियां पेट भरे,
फूल सुगंध की है की तीजोड़ी ।
पृथ्वी प्रकृति का वो अनोखा तोहफा ,
धरती की वह हरी-भरी शान ,
वृक्ष हमारे लिए है वरदान ।।
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Baar baar kaha jaane wala dar
Ab Dard mein badal gaya,
Hansta khelta hua vo shaks jaane kis mod per badal gaya...-
Kaagaz kora tha ise liya
koi padh nahi paya ,
Maa ka Shiba aakhon
sa koi kaha pachan paya..-