कुछ हम कहें कुछ तुम सुनो । -
कुछ हम कहें कुछ तुम सुनो ।
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कुछ हम लिखें कुछ तुम लिखो। -
कुछ हम लिखें कुछ तुम लिखो।
लेकर ढूंढते हैं गली गली । -
लेकर ढूंढते हैं गली गली ।
सासों की कीमत नहीं चुकाते हैं।क्योंकि हम मुफ्त में पेड़ पौधों से आक्सीजन पाते हैं।सांस लेते हैं मगर कभी सोचा !हम कितने पेड़ लगाते हैं ? -
सासों की कीमत नहीं चुकाते हैं।क्योंकि हम मुफ्त में पेड़ पौधों से आक्सीजन पाते हैं।सांस लेते हैं मगर कभी सोचा !हम कितने पेड़ लगाते हैं ?
जब तक खुद को न करना पड़े । -
जब तक खुद को न करना पड़े ।
जहां बैठा करते थे हम -
जहां बैठा करते थे हम
बुरे वक्त पर याद आती है। -
बुरे वक्त पर याद आती है।
गरीबी ने ,आज भी नतमस्तक है अमीरी पे । -
गरीबी ने ,आज भी नतमस्तक है अमीरी पे ।
हर शाम तुम्हें यूं हीं निहारेंगे यादों के बिना हम कैसे रह पाएंगे । -
हर शाम तुम्हें यूं हीं निहारेंगे यादों के बिना हम कैसे रह पाएंगे ।
उतरने दो मगर दिल से न लगाओ ।दिल से जो लगा लिया तो उम्रभर उसे निभाओ ।। -
उतरने दो मगर दिल से न लगाओ ।दिल से जो लगा लिया तो उम्रभर उसे निभाओ ।।