तुझको देख, तुझमें घुल गया हु मैं,
पाकर तुझको, सब कुछ भूल गया हु मैं,
खो गए थे, जो मासूमियत के किस्से कल तक,
मिलकर तुझसे आज, मुझको मिल गया हु मैं।।-
Happy Teachers Day "जिंदगी"!
बनाया तुमने,
जताया तुमने,
टूटते रिश्तों को,
हर बार बचाया तुमने।।
समझाया तुमने,
सताया तुमने,
अंधेरे रास्तों को,
हर कदम जगमगाया तुमने।।
सिखाया तुमने,
आजमाया तुमने,
टूटते ख्वाबों को,
हर रात सजाया तुमने।।
जिताया तुमने,
हराया तुमने,
छलकती आंखों को,
हर पल हसाया तुमने।।-
अब तो खो दिया,
अब पाने की चाह नहीं,
जो नींद से जागा में,
तो और सोने की चाह नहीं।।
कुछ है जो वक्त थम गया,
कुछ है जो में वक्त से लड़ गया,
ऐसी जो कुछ बात हुई,
में चलते चलते थक गया।।
दिल की खामोशियों,
का अब कोई जवाब नही,
कहने को तो सब है,
पर कोई भी साथ नहीं।।-
बेशक खड़ा हूं चांद की रोशनी मे आज में,
मगर अंधेरे रास्तों से गुजरना भी हकीकत था,
बेशक जुड़ा हूं असलियत भरी कामयाबी से आज में,
मगर ख्वाबों का टूटना भी हकीकत था।-
ना कोई उम्र पूछेगा,
ना पूछेगा कोई तुम्हारा कल,
जो होगी सच्ची निष्ठा तुम्हारी,
तो हर एक संघर्ष का मिलेगा फल।।-
Never regret your past, instead frame it till last,
Present is pleasant, be fond of every moment,
Future is better, just be your own creator-
उस 'Rose' को अब, कौन सा 'Rose' दू में,
हर एक 'रोज़' जिसका, दीवाना हूं में।।-
ये मेरा पहला इज़हार, तेरे लिए,
दुनिया जहान की बहार, तेरे लिए,
तू कहे तो गीतों के महल बना दु,
मेरी खुशियों का सारा संसार,तेरे लिए।।
ये मेरा उम्र भर का ऐतबार, तेरे लिए,
सात जन्मों तक का इकरार, तेरे लिए,
तू कहे तो पूरा शहर सजा दु,
ये बाजारों के सारे उपहार,तेरे लिए।।-
तुझे लिखूं, या तुझ पर लिखूं,
किस्से ख्वाबों के, या हकीकत के गज़ल लिखूं
जो हो मालूम अगर, तो मुझे भी बता देना,
लम्हे सारे, या केवल एक पल लिखूं।।-
ना बस्ते राम किसी में,
ना सीता सा त्याग किसी में,
जो हो किसी से, नफा अपना,
दिखते फिर चारो-धाम उसी में।।-