छोटी सी आँखें,
आंखों में ख्वाब हजार,
खिड़की से देख रहा,
रंग बिरंगा संसार।
देख कर, जीवन का रूप,
उठे होंगे मन में, सवाल कई,
कहा से आई होगी, ये धूप,
आखिर ये छांव, कहां गई,
हर तरफ़ नई कहानी का नज़ारा,
जहाँ वो देखे, लगे सब कुछ प्यारा,
शब्द नहीं, फिर भी ढेरों बात करे,
समझ रहा हो जैसे, हवाओं का इशारा।-
तुझमें सुकू, तुझमें बसूं,
तुझसा हसूं, तुझसा दिखूं,
कोई और चाह नहीं, अब तेरे सिवा,
बस तेरा बनूं, बस तेरा रहूं।
तुझमें सुकू, तुझमें बसूं,
तुझसा हसूं, तुझसा दिखूं,
कोई और चाह नहीं, अब तेरे सिवा,
बस तेरा बनूं, बस तेरा रहूं।
कुछ ही वक़्त में, ये वक़्त गुज़र जाएगा,
मेरा कान्हा, जल्द ही बड़ा हो जाएगा,
फिर न आएंगी, ये मासूम रातें,
जीवन के इम्तिहान में, जब तू ख़ुद को पाएगा।
तुझपे लिखूं, तुझपे कहूं,
तुझको सुनूं, तुझको पढ़ूं,
कुछ भी पूरा नहीं, अब तेरे बिना,
संग तेरे रुकूं, संग तेरे चलूं।
पल भर में, ये पल निकल जाएगा,
मेरी गोद से उठकर, तू खड़ा हो जाएगा,
फिर न होंगी, ये नादान बातें,
सपनों के आगे, जब तू दौड़ लगाएगा।
ये लम्हा, जो है सिर्फ़ मेरा,
जी भर के इसको, आज जी लूं ज़रा,
कर लूं क़ैद, तेरी शरारतें सारी,
महफ़ूज़ रहे सदा, यादों का सवेरा।-
तुझसे ही, हर सुबह हो मेरी,
शाम, तुझी से हो मेरा,
दे दू तुझको, अपनी खुशियाँ सारी,
रखलु खुदमे, सारा गम तेरा।।
हर कदम, तेरे साथ चालू में,
छुटकी, भीम सा तेरा यार बनु में,
जो कह दे हँस के, तू पापा मुझको,
कुर्बान तुझपे, अपनी जान करू में।।
तुही लड्डू, राजा, कान्हा मेरा,
जीवन में, खुशियों का खजाना मेरा,
तेरे होने का मुझको, अभिमान है,,
कृषु, तुझमें ही बस्ती हमारी जान है।।-
एक लोरी - सोजा मेरा लल्ला सोजा।
सोजा, सोजा मेरा लल्ला सोजा,
सोजा, सोजा मेरा लल्ला सोजा।
तुझे सुलाने आए है, चाँद और तारे सारे,
देख तेरी मासूम आँखें, डूब गए सारे के सारे।
सोजा, सोजा मेरा लल्ला सोजा।
सपनों का जहाँ हो तेरा, मंज़िल तू पाए,
तेरे क़दम कामयाबी चूमे, दुनिया तेरी हो जाए।
सोजा, सोजा मेरा लल्ला सोजा।
मेहनत तेरा साथी बने, हिम्मत तेरा इरादा,
हर सुबह नई रौशनी दे, हर शाम मीठा वादा।
सोजा, सोजा मेरा लल्ला सोजा।
सोजा, सोजा मेरा लल्ला सोजा।
सबका तू सम्मान करे, सभी पे प्यार लुटाए,
दुनिया में सबसे अच्छा, सच्चा इंसान बन जाए।
हर पहलू में ख़ुशियाँ हो, हर पल तू मुस्काए,
हर सफर तेरा अपना हो, हर राह तू नई बनाए।
सोजा, सोजा मेरा लल्ला सोजा,
सोजा, सोजा मेरा लल्ला सोजा।-
तुझको देख, तुझमें घुल गया हु मैं,
पाकर तुझको, सब कुछ भूल गया हु मैं,
खो गए थे, जो मासूमियत के किस्से कल तक,
मिलकर तुझसे आज, मुझको मिल गया हु मैं।।-
Happy Teachers Day "जिंदगी"!
बनाया तुमने,
जताया तुमने,
टूटते रिश्तों को,
हर बार बचाया तुमने।।
समझाया तुमने,
सताया तुमने,
अंधेरे रास्तों को,
हर कदम जगमगाया तुमने।।
सिखाया तुमने,
आजमाया तुमने,
टूटते ख्वाबों को,
हर रात सजाया तुमने।।
जिताया तुमने,
हराया तुमने,
छलकती आंखों को,
हर पल हसाया तुमने।।-
अब तो खो दिया,
अब पाने की चाह नहीं,
जो नींद से जागा में,
तो और सोने की चाह नहीं।।
कुछ है जो वक्त थम गया,
कुछ है जो में वक्त से लड़ गया,
ऐसी जो कुछ बात हुई,
में चलते चलते थक गया।।
दिल की खामोशियों,
का अब कोई जवाब नही,
कहने को तो सब है,
पर कोई भी साथ नहीं।।-
बेशक खड़ा हूं चांद की रोशनी मे आज में,
मगर अंधेरे रास्तों से गुजरना भी हकीकत था,
बेशक जुड़ा हूं असलियत भरी कामयाबी से आज में,
मगर ख्वाबों का टूटना भी हकीकत था।-
ना कोई उम्र पूछेगा,
ना पूछेगा कोई तुम्हारा कल,
जो होगी सच्ची निष्ठा तुम्हारी,
तो हर एक संघर्ष का मिलेगा फल।।-
Never regret your past, instead frame it till last,
Present is pleasant, be fond of every moment,
Future is better, just be your own creator-