पत्थर से थे कंकड़ बन गए,
बिन तेरे और तेरी याद में राख हो गए।-
C.A. Kush@£ Bh@ns@£i
(कुशल भंसाली)
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READ, WRITE AND LEARN is what i believe is very important to become an good writer.
Not an ... read more
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Joined 10 October 2018
19 MAY AT 9:18
अंदर ही अंदर टूट रहा है दिल हमारा,
लगता है वो किसी ओर का होने जा रहा है।-
17 MAY AT 9:34
फिर एक दिल टूटा देखो
एक जगह किसी की
इच्छा पूरी हो री है।
तो दूसरी जगह
कोई बिखर गया है।
-
3 MAY AT 20:36
कहते थे वो
हर शाम तेरे नाम
पर अब उनके लिए वो शाम
हो गई किसी ओर
के नाम।-