चिकन tanduri खाते हुए 3 लड़के, कबूतर मार रहे खाना बदोश लोगो को बुरा बता रहे थे।
क्या मिलता है इनको बेचारे निर्दोष जानवरों को मार के, वो भी तो जीव है।-
Who stand for you,
Who sit with you,
Who fight with you,
After all who eat with you-
नकली से रिश्तों का बोझ हमने ढोना छोड़ दिया।
जिन्हे हमारी नहीं फिक्र,उनके लिए रोना छोड़ दिया।
हम मरते रहे उनपे,वो खेलते रहे हमारे दिल से,
मन किया तब तक खेले,फिर खिलौना तोड़ दिया।
हम आज भी दुआएं करते है उनके लिए,
चाहे उन्होने किसी और की खातिर,
हमसे मुंह मोड़ लिया।।-
इक लड़ाई है जिन्दगी से,
वो मेरी पहचान मिटाने में लगी है।
और मैं एक नयी पहचान कायम करने में।।-
Because you changed the way of life,
You changed the person of life,
You changed me as your likes,
then you changed your likes-
नामुमकिन सा लगने लगा है।
हर चीज तुम सी है आज भी,
पर तु अब पराया सा लगने लगा है।
आबाद रहे तु हमेशा,मेरा क्या है,
सब कुछ अब खाक सा लगने लगा है।।-
काले बादल छाए,लगा जैसे खूब बारिश होगी,
पर ये तो मजाक हो गया।
हल्की सी शक की आंधी,सब बादल उड़ा ले गयी,
और हमारा रिश्ता खाक हो गया।
कितना प्यारा था,हमारा रिश्ता और मौसम,
सब सपने रह अधूरे,यूं ही सब नाश हो गया।।-
जब वो जिन्दा था, बहुत बुरा था,
भला बुरा बोला गया,
बहुत कोसा गया,
अंवारा, फालतू,पागल
न जाने क्या क्या,
उसकी मौत का शौक जताने आये
वही लोग ,बहुत भला आदमी बतला रहे थे।।-
जरुरत नहीं है उसकी,
पर उसकी याद बहुत आती हैं।
दिमाग समझता है वो जा चुकी है,
पर ये बात दिल को कहां समझ आती है।।-
कितनी बदल गयी हैं जिन्दगी,
आजकल श्मशान जा के बैठने से
बहुत सुकून मिलता है
और भीड़ से डर लगता है।
महफिलों में जाने से बचता हूं।।-