29 MAR 2019 AT 12:48

अब ना पहले सी बातें हैं
बोलो तो लब थरथराते हैं
कैसे बयां करू मैं हाल अपना
कलम उठाता हूँ तो हाथ कंपकपाते हैं

- फ़क़ीर आशिक़