binnu nehra  
222 Followers · 70 Following

Joined 15 December 2019


Joined 15 December 2019
21 NOV 2022 AT 16:29

( ( प्रदा प्रथा ) )

एक शिक्षक ने पूछा मुझसे,

किसके लिए यूं धुंधले में रहा करते हो??

सांस भर कुछ क्षण ! बोला मैंने !!

मेरे अपनें ,जो यूं धुंधली सी देखना चाहते हैं।

-


27 SEP 2022 AT 15:08

तेरी बन्दिशों के आगे
तेरे पैरों की धूल मात्र भी नहीं मैं
पर
गुलाम तो तुम भी हो
अपनी संकीर्ण मानसिकता के
सौ ट क्का सच बोलती हूं मैं।

-


27 SEP 2022 AT 10:33

बेशक
आज हम
सबके दिल से उतर गए।

-


27 SEP 2022 AT 9:41

तूं जगत जननी है मां पूर्ण स्त्री का स्वरूप है तूं मां प्रधान तो आज भी
समाज में पुरुष ही है मांजो शायद हमेशा रहने वाला है
स्त्री मात्र दासी है मांपुरुष उसका मालिक
क्यू मां मैं देहरी से आगे नहीं जा सकती
क्यू मैं अपने मन से नहीं हंस सकती
क्यू मैं गलत पर नहीं बोल सकती
मैं तो तेरा ही रूप हूं न मां
क्यू ये लोग मुझे नीचा दिखाते है की मैं मात्र स्त्री हूं मुझे किसी भी तरह का कोई अधिकार नहीं क्यू मां सारे पुरुष के ही हक हैं
जबकि स्त्री ही इनका अस्तित्व है
तो हम क्यों हैं दासी पुरुष समाज की
हमसे कोई प्यार से बात नहीं करना चाहता
क्यू मां तूं तो सबकी मां है
ये समाज हमारे हक तो छोड़ो
कदर करना भी नहीं जानता
मुझे कदर चाहिए मां
मुझे प्यार चाहिए मां
मुझे बाहर की दुनियां देखनी है मां
आपकी बेटी ।

-


11 SEP 2022 AT 21:50


बड़ा ही दर्द होता है
उस वक़्त
जब मेरे मन को
रोंद कर
अपने मन को
मेरा मन बना
लेते हैं।

-


2 SEP 2022 AT 18:36

जल्द ही पीएचडी करने वाली हूं
गलत के लिए लड़ने वाली हूं
सही के लिए खड़ी रहने वाली हूं
सकारात्मक रूप हूं
नकारात्मकता से झगड़ने वाली हूं
इंसान हूं
मानवता जानने वाली हूं
फकत
बात ये है कितनी भी बड़ी बन जाऊ
संवेदनशील इंसान बन जाऊ
दूसरों के बारे में कितना ही अच्छा क्यू न सोच लूं
मेरा अस्तित्व ही ऐसा है
रहना है बस इन गवारों की घटिया सोच के तले दब के।

-


31 AUG 2022 AT 8:22

मुझे अलार्म लगाना पसंद नहीं

जिम्मेदारियां वक़्त से पहले ही जगा देती हैं।

-


31 AUG 2022 AT 8:12

अगर आपकी छोटी मोटी मांगे भी पूरी नहीं हो रही तो समझ लेना
आप मायके में नहीं ससुराल में है।

-


31 AUG 2022 AT 8:04

कभी कभी मैं
बेकाबू हो जाती हूं
खुद का हाल देखकर ।


फिर खुदी काबू में
आ जाती हूं
यूं दूसरी का हाल देखकर।

-


31 AUG 2022 AT 7:56

हर एक सांस के लिए
अब तो
दम लगाना पड़ रहा है
ज़िंदा ही क्यूं हूं
अब तो
खुदी के मन से यूं लड़ना पड़ रहा है।

-


Fetching binnu nehra Quotes