ये आंखें, वो बातें बयां कर गई,
जो ये अल्फाज कभी कह ना सके,
दिल में बेचैनी तो दोनों तरफ से थी,
पर कभी किसी को कुछ दिखा ना सके।।
कह दिया उन्होंने ख्वाबों में, जो उन्हें कहना था,
हकीकत में जो वो कभी कह ना सके
इंतजार रह गया बस दोनों और से,
लफ्ज़ों को बस, होठों तक ला ना सके।।
अब, कुछ अनकही बातों की जिक्र हो जाती है इन पन्नों में,
बस,पढ़ लेता हूं कुछ किस्से कहानियां ,जो पूरी हो ना सके।।
— % &-
सिर्फ, तुम्हारी तस्वीर को देख कर..."
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सन्नाटा के शहर में, खोई सी एक रात है।
थोड़ा शोर है दिल में, लेकिन सुकून भी साथ है।।
जानी पहचानी उलझनों से भरी, मन की ये किताब है।
कुछ अनकही बातों का, बस अब बिगड़ा सा हिसाब है।।
सवाल ही सवाल है मन में तो अब, ख़ैर...
कुछ सवालों का अब कहां कोई जवाब है।।-
क्या बात है..
हर जगह से वाकिफ हो तुम...
अब ,कौन सी मंज़िल ले जाऊं तुम्हें,
यहां तो हर सफ़र में हो, तुम...-
अब, कुछ बातें हो तो, आम सी लगती हैं,
कुछ लिखूं,तो सब खास सी लगती हैं,
तेरा ज़िक्र करूं भी तो ,कैसे करूं
तुम्हारी यादें भी तो, अब एक आस सी लगती हैं।।
रखूंगा संजोकर, तुम्हें अपने ही किताब में,
वक्त निकालकर सैर कर लूंगा, अपने ही ख्वाब में,
ये शायद एक इत्तेफाक ही है, जो
सफर भी तय कर रहा हूं, अब भी तेरे याद में।।
अब, बात बस इतनी सी है कि,
बेखबर, अजनबी सा राही था , उसके सफर में,
अगले मोड़ पर बस अलविदा कहना हैं,
गुजरकर उनकी राहों में।।
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......PROCESS OF FALLING IN LOVE......
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A four letter word with lots of different meaning for different people.
it's the beauty of feelings makes us feels lively.
it's the feeling that can't be described in words.
*falling in love makes our heart alive*
In love,
even you are not a shy person,
you feel shy in front of your love.
love can make the boldest person to a shy person.
we can stare them from a distance and feel satisfied and what about having a contact with them
*oye hoye oye hoye...*
& if its little bit conversation
*Phir to baat hi kuch aur hai...*
In love,
When they look at you your heart starts beating,
you feel a rush of emotions,
you get butterflies in your heart and
you instantly express your love with your smile.
It's not just their beauty it's all about their voice, attitudes of positivity, behaviour, respect, responsibility,
and everything about them that makes you feel love with them because they seem perfect to you.
Now,
The only question to our hurt to ask them is
"Is it reality or it's just your part of imagination"-
"मौसम - ए - इश्क़"
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कि, सर्द रातों की ठंडी हवाएं, कहीं तुम्हें छू ना ले।
इस डर से, आधी रात को उठकर खिड़कियां लगाना इश्क भी है।।
वो चादर से पैरों को निकालना तो पुरानी आदत है, तुम्हारी।
बार-बार उठ कर उन पैरों को ढकना भी तो इश्क है।।
और, न जाने कौन सा रिश्ता है तुम्हारा, सर्दी-जुखामो से।
उस जुखाम को तुम से दूर रखना भी तो इश्क है।।
और, ये जो जान बूझकर तकियो में पानी गिरा देती हो।
फिर, इन हाथों को सिरहाना बनाकर सोना भी तो इश्क़ ही हैं।।
सुनो, इश्क में बड़ी-बड़ी बातों का होना जरूरी नहीं है।
बस, छोटी छोटी चीजों का ख्याल रखना भी इश्क़ ही हैं।।-
एक वक्त था, जब सिर्फ तुम्हारा ही जिक्र हो रहा था।
वो ख्वाब था या बस ख्वाबों में इश्क हो रहा था।।
कि,यादों के सहारे कुछ पलों को जी चुके थे,
उन पलों में ना जाने, तुम कहां खो चुके थे।
कि, जिक्र आज भी तुम्हारा, इन पन्नो में हो जाता है।
बस फर्क इतना है, अब कलम से स्याही भी रंग छोड़ जाता है।।
हां, बस रूबरू हो ही रहे थे, तुम्हारे बदलते अंदाज से।
जुबान भी काफी कुछ कह गए, खामोश अल्फाज से।।
शायद वो वक्त ही था, जो खुद ही कुछ ना कुछ कह रहा था।
वो ख्वाब था या बस ख्वाबों में इश्क हो रहा था।।
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"तलाश..... उदाशी की...."
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कि, खामोशी के सहारे,जो कहानी अधूरी रह जाए...
कभी उसे सुनकर देखो, वहीं मिलेगी उदासी।।
कि, मुस्कुराहटों का लिबास ओढ़े,
जो खुद को छिपाने की कोशिश करती है, वही हैं उदासी।।
गर, अब भी ना मिले तो,
तुम्हारी लफ्जों की भागा- दौड़ी में,
सिसकियां लिए कोने में एक शख्स होगा,
असल में, वही है उदासी।।
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सोचा, आज एक बात लिखूं...
उलझन ये है कि, तुम्हें लिखूं या इश्क को लिखूं।।
गर तुम्हें लिखूं, तो फिर क्या क्या लिखूं...
तुम्हारी खुले जुल्फों को लिखूं या संवारने को लिखूं।।
उन आंखों को लिखूं या पलकों में लगी उस काजल को लिखूं।।
उन होठों को लिखूं या होठों से निकले उस मुस्कान को लिखूं।।
बस, इतने में तुम्हें लिखूं तो कैसे लिखूं...
सोचा तुम्हें नहीं तो, तुम्हारी सादगी को ही लिखूं।।
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"सुनो.............सब अच्छा लगता हैं"
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तुमसे हो जाए बस एक मुलाकात, तो अच्छा लगता हैं।
उस मुलाकात के हर पल को, रोक लेने को दिल करता हैं।।
एक तुझे खोने का डर भी लगा रहता है, शायद इसलिए,
सुकून की तलाश में, तुम्हारी तस्वीर देखना भी अच्छा लगता हैं।।
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"सुनो........तुम साथ होते तो, सब अच्छा लगता हैं।।
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