Yaad bhi aata nahi kuch
Bhoolta bhi kuch nahi
Ye bahut masroof hu main
Ya bahut fursat me hu..-
TUMHARE KHAT KABHI PADHNA
KABHI TARTEEB* SE RAKHNA,
JAB MASHGULIYATRAHTI HAI
BEKAARI KE MAUSAM MEIN.-
Kuch khaab hai! Khuwahishen hai,
her waqt ki Azmaishen hai, Dill mai
dafan kuch adhuri si Farmaishen hai
Ankhon mai Baarishen hai, zuban
per Sifarishen hai, Udaas bethi hui
Subha hai aur ulihi hui si Shaam hai
"Suna hai jeena isi ka Naam hai!"-
Tum jo aao to neend nahi aati,
Neend aye to saray khwab tere hain .
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वक्त नहीं आता लौट कर
इसलिए मैं जाता हूँ हर रोज़
वक्त के पीछे, तुमसे मिलने-
Ab subah
dhoop se nahi
Aap se hoti hai
Ab subah
dhoop se nahi
Aap se hoti hai
Aisa toh aapne
kya kar diya
Aaj chai pe
Aapka zikr nahi kiya
Toh shaam ne dhaln
se inkaar kar diya-
यार इसमें तो मज़ा है ही नहीं
कोई भी हम से ख़फ़ा है ही नहीं
इश्क़ ही इश्क़ महसूस करो
और कुछ इसके सिवा है ही नहीं
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ना जाने क्यू एक सफ़र पर जाने का दिल है
ना जाने क्यू वहाँ जा कर रुक जाने का दिल है
तुम चलोगे क्या साथ मेरे
तुम्हें ले जाने का दिल है
कुछ बातें करनी है तुमसे
दिल को दिल से लगाने का दिल है
तुम जो चलो साथ तो इस सफ़र को ज़िंदगी बनाने का दिल है!!-
शहरों को सियासत की नज़र लगी है
गाँव में तो आज भी माँ
सहरी की अज़ान सुनकर पूजा के लिए उठ जाती है॥-
कर मुक़ाबला तू ख़ुद से दुनिया कि ना फ़िक्र कर,
है जीतना तुझे कल से तू आज का ज़िक्र कर,
देख तू बस लक्ष्य अपना मुसाफ़िर तू सफ़र कर,
ठाना है तो चढ़ जाएगा कल को तू शिखर पर,
गर साँस भारी हो रही थोड़ा रुक के तूँ सबर कर,
पर मुड़ के तू ना देखना बस ख़ुद पे तू फकर कर,
और लेता जा हर तजुर्बा हुनर आएगा निखार कर,
लोग बनना चाहे तुझ जैसा कुछ ऐसा तू असर कर-