25 MAR 2018 AT 10:07

आज फिर उनका सामना होगा
क्या पता उसके बाद क्या होगा

आसमान रो रहा है दो दिन से
आपने कुछ कहा-सुना होगा

दो कदम पर सही तेरा कूचा
ये भी सदियों का फासला होगा

घर जलाता है रौशनी के लिए
कोई मुझ सा भी दिलजला होगा।

- Bikash Shah