उड़ान भरु इतनी की... किसी की कैद मे ना आउ... अपने पंखो को यु... खुल के आज़ादी दे पाउ.. अब नहीं है कोई बंदिश... खुद को मे ये... खुल के कह पाउ... उफ्फ्फ ये सपने बड़े बड़े... काश किसी दिन... ये नीले गगन को... 'मैं 'चुम पाउँ..🦋🌻🌈
हर बात कहना जरूरी हैं क्या... क्या जरूरी हैं हर बात का इजहार.. समझ लो बिन कहे जज्बातों को मेरे... यु हर बात को लफ्ज़ो मे बतलाना आखिर मुमकिन हैं क्या... 🦋🦋