Mere mehboob jaave na dur
Khayal ab nindiya che mere.
Hai kitne fitoor rakheyaan dil
Chhipaake nazron se tere...
-Mitraz-
N.A. ✌
I AM NEITHER A FRIEND, NOR AN ENEMY.
NOT SOCIAL. NOT FRIENDLY. PHI... read more
मुझे तू अजीज है चाहे तुझसे वो दर्द ही सही
तेरे हाथों से रौशन हो ये शाम,
दुआ रहा ये उस खुदा से
चाह वो अंधेरा मेरा ही सही...-
"जिस पे जान छिड़कते हो क्या उसे है खबर
की तुम उसपे मिट ते हो शर्मो- हया के पार?
उमर की सीमा लंघ कर जिस की दीवानी बन फिरती हो,
क्या मिल पाओगी उसके साथ दुनियादारी के पार?"
"दुनियादारी की तो पता नहीं पर बतायें भी तो कैसे बतायें?
जान बसती उस पर मेरी, कही चोट न लगे उसको अपनी गुरूर पे!
ख़ूबसूरत तो सितारें भी लगते हैं दूर से, नज़र ना लागे मेरी सितारा को,
वो इश्कबाज़ी भी क्या इश्कबाज़ी हुई, जिस की इज़हार लबों पे हो..."-
क्या करूं, दिल मेरा सच में इतना खुदगर्ज निकला
की तुझे ये आपके अलावा किसी और की हिस्सो में देख नहीं पाया।-
यार को मेरा यक़ीन है तुझपे,
दर्द तू मुझे दे ही नहीं सकता,
यार को मेरा यक़ीन है तुझपे की दर्द तू मुझे दे ही नहीं सकता,
अब बता मैं तेरे शिकवा करूं किस के पास
क्या होता अगर मुझे तेरा आदत हो जाता?-
For the frustrated single insaans,
"Sabr rakho!!
Agar usko Susmita Sen mil sakta hai, to tumhe koi Hero Alom ya KRK zaroor naseeb hogi!!"-
कैसे मान लूं, की जिन हाथों ने एक दिन मेरे लिए खाना बनाया था, जिन हाथों को थामे हुए बस कुछ ही दिन हुए थे, एक भी पल के लिए जो हाथ मेरे दामन से छूटा नहीं, आज उन्ही हाथों को तौफे में हमने उनका पहला मोहब्बत दे दिया।
प्यार को उसका प्यार दे दिया...
नहीं आता मुझे प्यार करना उन दीवानों की तरह,
जिन्हे इज़हार करना आता है,
वो कहेंगे चांद दिनो की दिल्लगी भी
क्या प्यार कहलाता है?
नहीं जबाब होता मेरे पास उन लोगों के लिए
मुझे तो प्यार आती ही नहीं कहानियो की तरह,
पर जो भी हो, इस बार दुख हुआ बेहद न जाने क्यों...-