नम है आंखै परेशान नहीं हौती।कोई कुछ भी बोलें, हैरान नहीं होती।।हसरतें लिपट कर रोती है बहुत।रिश्तों पर अब मैं गुमान नहीं करती।। -
नम है आंखै परेशान नहीं हौती।कोई कुछ भी बोलें, हैरान नहीं होती।।हसरतें लिपट कर रोती है बहुत।रिश्तों पर अब मैं गुमान नहीं करती।।
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तुम्हारे पास रहू तो इशारा कर देना मेरे होंठों पर होंठ रख देना।है इजाजत तुम चूम लेना इन्हेंकसकर मुझे अपनी बाहों में भर लेना -
तुम्हारे पास रहू तो इशारा कर देना मेरे होंठों पर होंठ रख देना।है इजाजत तुम चूम लेना इन्हेंकसकर मुझे अपनी बाहों में भर लेना
उलझनें बहुत है, सुलझा लिया करुंगी !तस्वीर में अब मुस्करा लिया करूंगी !!क्यों नुमाइश करू मैं अपने दर्द की किसी से !माथे की शिकन को अब हटा लिया करूंगी !!अब लड़ना खुद ही से है, तोक्या फर्क है हार और जीत में,हार भी जाऊ तो, मुस्कुरा लिया करूंगी !! -
उलझनें बहुत है, सुलझा लिया करुंगी !तस्वीर में अब मुस्करा लिया करूंगी !!क्यों नुमाइश करू मैं अपने दर्द की किसी से !माथे की शिकन को अब हटा लिया करूंगी !!अब लड़ना खुद ही से है, तोक्या फर्क है हार और जीत में,हार भी जाऊ तो, मुस्कुरा लिया करूंगी !!
तेरे ख्यालों ने कुछ इस कदर छुआ है,दिल ख्वाब में भी आजकल धड़कने लगा है।।हर रोज महसूस किया है तुम्हे,कविताओं में भी तो कई दफा लिखा है।मौहब्बत में तकरार जरूरी है यारो,ना हो तो इश्क में मज़ा कहां है।फर्क नहीं पड़ता झूठ और सच क्या है,तेरा नशा कुछ ऐसा चढ़ा है।नहीं आ रहे हों तुम आजकल ईधर ,जरुर बादलों ने तुमसे कुछ कहा है।। -
तेरे ख्यालों ने कुछ इस कदर छुआ है,दिल ख्वाब में भी आजकल धड़कने लगा है।।हर रोज महसूस किया है तुम्हे,कविताओं में भी तो कई दफा लिखा है।मौहब्बत में तकरार जरूरी है यारो,ना हो तो इश्क में मज़ा कहां है।फर्क नहीं पड़ता झूठ और सच क्या है,तेरा नशा कुछ ऐसा चढ़ा है।नहीं आ रहे हों तुम आजकल ईधर ,जरुर बादलों ने तुमसे कुछ कहा है।।
सुकून हो हर शाम तेरी महफ़िल में,चाहत है कि, ये दुआ मेरी लगे।ख्वाहिश रखे सब तेरी महफ़िल में आने कि,नजर ना किसी की ,तेरी खुशियों को लगे।चलता रहे ये सफर ज़िन्दगी का,दुआ है कि तुम्हें उम्र मेरी भी लगे।happy birthday -
सुकून हो हर शाम तेरी महफ़िल में,चाहत है कि, ये दुआ मेरी लगे।ख्वाहिश रखे सब तेरी महफ़िल में आने कि,नजर ना किसी की ,तेरी खुशियों को लगे।चलता रहे ये सफर ज़िन्दगी का,दुआ है कि तुम्हें उम्र मेरी भी लगे।happy birthday
तेरे बाद ना जाने किधर जायेंगे।अबके बिछड़े तो बिखर जायेंगे।।तलब रही तेरे साथ चलने कि,हाथ छुटा तो अब किधर जायेंगे।। -
तेरे बाद ना जाने किधर जायेंगे।अबके बिछड़े तो बिखर जायेंगे।।तलब रही तेरे साथ चलने कि,हाथ छुटा तो अब किधर जायेंगे।।
मेरी कविताएं चाहें कुछ ना हो जमाने के लिएमैंने लिखा है इन्हें सिर्फ तुझे सुनाने के लिए— % & -
मेरी कविताएं चाहें कुछ ना हो जमाने के लिएमैंने लिखा है इन्हें सिर्फ तुझे सुनाने के लिए— % &
रूह से रूह का ये रिश्ता खास हैये आज का नहीं, एक अरसे का एहसास हैइबादत में मांगा , दुवाओं में साथ हैखुदा ने बख्शा जो तु ही तो वो तोहफा ख़ास है— % & -
रूह से रूह का ये रिश्ता खास हैये आज का नहीं, एक अरसे का एहसास हैइबादत में मांगा , दुवाओं में साथ हैखुदा ने बख्शा जो तु ही तो वो तोहफा ख़ास है— % &
कभी ज्यादा कभी कम रहाएक रंज मुझे हरदम रहाखत्म नहीं होता ये उदासी का सिलसिलातेरे करीब ना होने का गम हरदम रहा— % & -
कभी ज्यादा कभी कम रहाएक रंज मुझे हरदम रहाखत्म नहीं होता ये उदासी का सिलसिलातेरे करीब ना होने का गम हरदम रहा— % &
ह तमन्ना तेरे दिदार कीदिल की आरजू का क्या करें फुरसत ना मिली तेरी निगाहो से तेरी अदाओ का क्या करे -
ह तमन्ना तेरे दिदार कीदिल की आरजू का क्या करें फुरसत ना मिली तेरी निगाहो से तेरी अदाओ का क्या करे