only the truth behind my happy soul..
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बचपन से मुझे लिखना पसंद है इस मंच पर अपने लेखन के शौक को पू... read more
रुकना नहीं घबराना नहीं ,
थक के तुम हार जाना नहीं।
स्वागत में तुम्हारे जीत खड़ी है,
हार को तुम गले लगाना नहीं ।
लक्ष्य पाना है तो धूप में भी तपना पड़ेगा,
सिर्फ सोचना ही नहीं कुछ करना भी पड़ेगा।
तो उठो जागो और दौड़ो,
पर उसके लिए निरंतर प्रयास करना पड़ेगा।-
is like hiding your disabilities .
Instead blaming the darkness light the candles-
जहां हर सुबह हमें जिंदगी जीने
का हौसला दिलाती है ,
वहीं हर शाम हमें जिंदगी जीने
का नया तजुर्बा दे जाती है ...
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बीच समंदर में कश्ती में सवार ,हम हैं साहिल की तलाश में
गर सौंपा कश्ती को किसी के हाथो मैं ,तो देर नहीं लगेगी डुबाने में-
हर किसी को नहीं होती परख जिम्मेदारी की,
उस डाली से पूछो जो बिना उफ्फ करे जिम्मेदारी निभाती रही चुपचाप
सहती रही वजन महीनों तक इस दिन के इंतजार में,
जब हर कोई कर रहा था तारीफ उस फल की
तब वह डाली ही थी जो सोच रही थी उसकी मेहनत रंग लाई
बस एक अंतिम इच्छा रह गई उसकी की ले जाए उसे कोई उसके फल के साथ
जिम्मेदारी हर किसी की बात नहीं वरना हर डाल में फल लगते
चंद पल ना लगे उसे, डाली को फल से अलग करने में वरना इनका रिश्ता तो बहुत पुराना था
मुस्कुराते हुए देख रहा था वो फल उस डाली को
चंद लम्हे जो रह गए थे बिछड़ने को
जरूरी नहीं सबको मिले हर कुछ जिंदगी में
वरना हर डाल में फल लगते...-
तुम्हारा मिलना कोई इत्तेफ़ाक नही
कुछ है हमारे बीच जो हमे जोड़ता है
और वो कुछ हमारा रिश्ता है
एक दूजे बिना हम अधूरे हैं
वैसे ही
जैसे पानी बिन नदी सूखी है
जैसे रोशनी बिन सूरज अधूरा है
जैसे हवा बिन पतंग महज एक काग़ज़ है
तुम्हारा मिलना कोई इत्तेफ़ाक नही
हमारा रिश्ता है-