इशक विशक से मतलब नही तुम्हारे मुझे
मुझे जवाब चाहिए मेरे सवाल का
बदल गए तुम तो कोई गिला नही
क्योंकि अब मैं भी बदलूंगा
और मेरा रंग होगा कमाल का-
बने शब्द से कम कोई तो शब्द से ही बिगड़ जाए
मेरी इतनी ... read more
एक ऐसा समय आएगा जब जमाना रूठेगा
हर एक शख्स तुम्हारा है कहकर तुमको ही लूटेगा
और जिस पर होगा सबसे जादा ऐतबार भरोसा और प्यार तुम्हे
उसका भी तुमसे मन भरेगा और दूर जाने का बहाना ढूढ़ेगा-
कल की बात है मैं बहुत तड़प गया
थी वो पास मेरे पर लगा बिछड़ गया
उसकी गलती नही वो तो बस रात में सो रही थी
और बस उसके इन्तेजार में मेरा सारा वक्त गुजर गया-
दिखावटी की मोहब्बत में
न जाने कैसे सबका साथ छूटा
गैरो से कैसा गिला सिकवा करे
जब अपनो ने ही जी भर के लुटा-
बेवजह की दूरियों से हम नही डरेंगे
जमाना कुछ भी बोले हर शख्स से लड़ेंगे
पता है मुक्कमल नही होगी मोहब्बत तेरी
सच जानकर भी तुझसे ही इश्क करेंगे-
ऐ मेरे दोस्त तेरा साथ कभी नही छोड़ेंगे
दर्द हो या खुशी तेरे साथ ही झूमेंगे
साथ में तेरे हम नई ऊंचाइयों को छुएंगे
आसमान को जमीन से नही उड़कर चूमेंगे-
मैंने पढ़ा इस नए दौर को इश्क के अखबार में
जहां लोग ढूढ़ रहे थे इश्क अब अमीरो के दरबार में
बरसो की मोहब्बत आज-कल कहां देखने मिलती है
जनाब
मोहब्बत तो अब यूँ ही बिक जाते है बाजार में-
क्यों आये पास हमारे जब जाना ही था
क्यों पहले हसाया हमको जब रुलाना ही था
पता न था यूँ हमको जाओगी तुम छोड़कर अकेले
क्यों किया दोस्ती हमसे जब निभाना ही नही था — % &-