मगध सा साम्राज्य
हिंद के सर का ताज
पटना सा प्यारा
आरा सा आवारा
शिक्षा केंद्र विक्रमशिला
कोशी सा विनाशलीला
गणतंत्र का प्रथम प्रहार
अडिग अविचल बिहार
छठ सा धार्मिक
विद्यापती सा मार्मिक
दिनकर सा कवि
बुद्ध की पावन छवि
मधुबनी सी चित्रकारी
दशरथ का हथौड़ा भारी
नालन्दा सा निहित
शांति स्तूप सा जीवित
चेतक सी रफ़्तार
अडिग अविचल बिहार हूं मैं।
(शुभम प्रधान)-
I'm waiting you.and your love and support.
बिहार हूं मैं
चाणक्य सा ज्ञानी
जनक सा स्वाभिमानी
मांझी सा ज़िद्दी
बोधगया में सिद्धी
आर्यभट्ट सा गणितज्ञ
राजेन्द्र प्रसाद सा राजनीतिज्ञ
अशोक अस्तंभ की शेर की दहाड़
अडिग अविचल बिहार हूं मैं
मिथिला सा मिठास
वैशाली का इतिहास
सात शहीद का रक्त
लोकनायक सा देशभक्त
गुरूगोबिंद सा बलवान
गया सा मोक्षदान
अडिग अविचल बिहार हूं मैं-
ज्यादा समझदारी भी इंसान को अपंग और जिंदगी को बोझिल बना देती है।
इसलिए अपने सभी रिश्तों में बचपना को बनाए रखिए।-
फटे हुए कपड़ो से
दिक्कत तुम्हारे अपनो को है।
वरना पराए तो तुम्हे
वस्त्रहीन ही देखना चाहते हैं।।-
जब सब कुछ था पास मेरे, तो गैर भी था खास मेरे।
सुखी डाली और टूटा घोंसला, पता चला पंख ही है खास मेरे।-
युद्ध नहीं जिनके जीवन में, वो भी बड़े अभागे होंगे ,
या तो प्रण को तोड़ा होगा, या फिर रण से भागे होंगे।
Hargovind pravah-
कोई क्षण में समझ ले मुझे इतना आलीम न कोई,
तालीम -ए - अल्फाज में वर्षो गुजारा है मैने ।।
इश्क हो गया है तो बयां भी करो,,
कुछ अल्फाजों की इल्तिफ़ात में वर्षो इंतजार
किया है मैने।।-
ये जो फ़िक्र मेरी हो रही है, इसका दाम
बोलिए,
अच्छा याद आई है मेरी, तो फिर काम
बोलिए..!!
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व्यक्तित्व की परिभाषा और जिंदगी की किताबें किसी के सामने उतना ही खोलो जितना उसकी क्षमता हो ग्रहण की,,
अक्सर देखा है मैंने मोटी पुस्तकें को पुस्तकालय की शोभा बढ़ाते हुए......-