Bhãrti Sãhu   (Bharti sahu)
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Wish me on 7 December 🎂🎂
Joined 20 July 2019


Wish me on 7 December 🎂🎂
Joined 20 July 2019
23 NOV 2023 AT 22:14


छीन गई मासूमियत,
जब समझदारी आ गई।

मिटा दी गई ख्वाहिशें,
जब जिम्मेदारी आ गई ।

और जब सीख गये खुद्दारी,
तब दुनियादारी आ गई ।।

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29 JAN 2022 AT 9:09

अच्छा लगता है मुझे पढ़ना,तुम मेरे बारे में भी लिखा करो।
अरसा हो गया है तुम्हे देखे , तुम मेरी गली में दिखा करो।

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18 OCT 2021 AT 16:14

छान आये सारे बगीचे में ,मगर उनकी पसंद का फूल न मिला,
देख आये पुरी दुनिया में , मगर उन सा कोई मशगूल न मिला।

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6 MAY 2020 AT 7:42

जिंदगी में सुख एवं दुःख मौसम की तरह होते हैं,,,
अर्थात अस्थायी ।
अगर सुख है तो कुछ समय के लिये, एवं दुख है तो उसका अंत भी निश्चित है ।

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7 JAN 2022 AT 21:53

बरसों से जो आंसू छिपाए थे, वो आज तेरी याद में बह गये,
लफ्जों की जरूरत ही ना पड़ी , मेरे अश्क सबकुछ कह गये।

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31 DEC 2021 AT 22:58

सुनो सिर्फ ये साल नया है
मेरा इश्क तो वही पुराना है।

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15 DEC 2021 AT 21:57

दर्द का सिलसिला अभी तक गया नहीं है,
सारे जख्म पुराने हैं कुछ नया नहीं हैं।

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14 DEC 2021 AT 19:39

हाँ तुझमें खो जाना चाहती हूँ ,
पर तुम्हें खोना नहीं चाहती।।

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7 DEC 2021 AT 5:14

एक निशानी अभी भी बाकी है
मेरी किताब में ,
सिकुड़ी हुई , सुखी हुई
और रंग कुछ बदला बदला सा,,
मगर सालो बाद आज भी
खुशबु बरकरार है ,,,
बिल्कुल मेरे प्रेम की तरह।।

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25 NOV 2021 AT 18:17

माना तुम हर किसी के दिल के करीब और खास हो ,,
पर तुम्हें सबमें बांटती फिरूँ,क्या तुम कोई प्रसाद हो?

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