छीन गई मासूमियत,जब समझदारी आ गई।मिटा दी गई ख्वाहिशें,जब जिम्मेदारी आ गई ।और जब सीख गये खुद्दारी,तब दुनियादारी आ गई ।। -
छीन गई मासूमियत,जब समझदारी आ गई।मिटा दी गई ख्वाहिशें,जब जिम्मेदारी आ गई ।और जब सीख गये खुद्दारी,तब दुनियादारी आ गई ।।
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अच्छा लगता है मुझे पढ़ना,तुम मेरे बारे में भी लिखा करो।अरसा हो गया है तुम्हे देखे , तुम मेरी गली में दिखा करो। -
अच्छा लगता है मुझे पढ़ना,तुम मेरे बारे में भी लिखा करो।अरसा हो गया है तुम्हे देखे , तुम मेरी गली में दिखा करो।
छान आये सारे बगीचे में ,मगर उनकी पसंद का फूल न मिला,देख आये पुरी दुनिया में , मगर उन सा कोई मशगूल न मिला। -
छान आये सारे बगीचे में ,मगर उनकी पसंद का फूल न मिला,देख आये पुरी दुनिया में , मगर उन सा कोई मशगूल न मिला।
जिंदगी में सुख एवं दुःख मौसम की तरह होते हैं,,,अर्थात अस्थायी ।अगर सुख है तो कुछ समय के लिये, एवं दुख है तो उसका अंत भी निश्चित है । -
जिंदगी में सुख एवं दुःख मौसम की तरह होते हैं,,,अर्थात अस्थायी ।अगर सुख है तो कुछ समय के लिये, एवं दुख है तो उसका अंत भी निश्चित है ।
बरसों से जो आंसू छिपाए थे, वो आज तेरी याद में बह गये,लफ्जों की जरूरत ही ना पड़ी , मेरे अश्क सबकुछ कह गये। -
बरसों से जो आंसू छिपाए थे, वो आज तेरी याद में बह गये,लफ्जों की जरूरत ही ना पड़ी , मेरे अश्क सबकुछ कह गये।
सुनो सिर्फ ये साल नया है मेरा इश्क तो वही पुराना है। -
सुनो सिर्फ ये साल नया है मेरा इश्क तो वही पुराना है।
दर्द का सिलसिला अभी तक गया नहीं है,सारे जख्म पुराने हैं कुछ नया नहीं हैं। -
दर्द का सिलसिला अभी तक गया नहीं है,सारे जख्म पुराने हैं कुछ नया नहीं हैं।
हाँ तुझमें खो जाना चाहती हूँ ,पर तुम्हें खोना नहीं चाहती।। -
हाँ तुझमें खो जाना चाहती हूँ ,पर तुम्हें खोना नहीं चाहती।।
एक निशानी अभी भी बाकी हैमेरी किताब में ,सिकुड़ी हुई , सुखी हुई और रंग कुछ बदला बदला सा,,मगर सालो बाद आज भीखुशबु बरकरार है ,,,बिल्कुल मेरे प्रेम की तरह।। -
एक निशानी अभी भी बाकी हैमेरी किताब में ,सिकुड़ी हुई , सुखी हुई और रंग कुछ बदला बदला सा,,मगर सालो बाद आज भीखुशबु बरकरार है ,,,बिल्कुल मेरे प्रेम की तरह।।
माना तुम हर किसी के दिल के करीब और खास हो ,,पर तुम्हें सबमें बांटती फिरूँ,क्या तुम कोई प्रसाद हो? -
माना तुम हर किसी के दिल के करीब और खास हो ,,पर तुम्हें सबमें बांटती फिरूँ,क्या तुम कोई प्रसाद हो?