कभी बेखौफ जीया करते थे हम जिनकी जूल्फों के साये में !
बेफिकराना क्या हुए बस ! ढलने लगे वो बेवफाई के सांचे में !!
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लिखना तो शौक के खातिर करते हैं
वर्ना समय कहाँ चुरा सकते थे.....
❤'' लाइक'' करनेवाले प्... read more
पसीने की बुंद से अक्सर खूशबू बिखरती है ईमान की ।
बहुत कुछ करने पर भी ग्लिसरीनसे निकालते हैं आंसु ही ।-
मुझे अपनी धडकन ही बना लो
ख्वाब नहीं, नादान ही समज लो !!
हिसाब किताब यहां कौन रखता है मुहब्बतमें ?
जज्बात के मोहभंग ही होते हैं इश्क़ की गलियोंमें !!
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સાવ એમજ કચકડે કંડારી નથી સફળતા
લોહી પસીનો વહાવી ને તો મેળવી છે.
ભલેને ના હોય અહંકાર એનોય અમને
પચાવીય જાણી છે અમે પણ સફળતા.
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लाखों बंदिशों मुश्किलों से क्यों डरना
भोले के साए में हर हंमेश जीना है!-
खुद के फैसले अहमियत भरे, चाहे नुकसानदेह रहे!
दासता की बू तो नहीं आयेगी, चाहे ख्वाब उजड़ते रहे !!-
यहाँ हकीकत कुछ भी नहीं सेमल के फूल सी !!
जो सुंदर दिखता है वह बिकता है-फूल या शूल भी !!-
जिंदगी का सफर हर मोड़ पर अपनी नयी छाप छोड़ जाता है!!
कहीं विराग की आहें तो कहीं प्यार की रागीनी छेड़ जाता है!!-