Bharat Singh   (भरत सिंह (नभ))
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Visualiser by profession
Delhi
Love mountains 🏔️
Selenophile🌕
Joined 23 November 2021


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10 APR AT 10:11

क़दमों की आहट, दिल में बेचैनी,
आँखों में उदासी, ये बेख़ुदी सी रातें।
यादों की छाँव में हों तन्हाई के गीत,
दिल में बेचैनी, और मोहब्बत की बातें।
हर शाम की तारीक़ में हो सुबह का सवेरा,
ख्वाबों की धुँध में हो अपनी मुलाक़ातें।
बीते हुए लम्हों के फूलों की ख़ुशबू,
मोहब्बत की राहों को हैं महकातें।।

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23 MAR AT 23:36

हमने रातें गुजारी हैं चांद तारों के साथ,
हम दावे से कहते हैं, तेरे मुखड़े में उन से ज्यादा नूर है।
पढ़ता पहले भी था मैं नज़मे, ग़ज़ले और ये हसीन चेहरे,
आज जो हमारा एक मतला ग़ज़ल हुआ है तो इसमें सिर्फ़ तेरा कसूर है।।
नहीं, तू नहीं जानती कि मेरा दिल कितने पास है तेरे,
और कितना तू मेरी आँखों से दूर है।
एक दफ़ा बस तेरी आँखों को पढ़ गया था,
पड़ गए फिर मोहब्बत में, सब तेरी आँखों का कसूर है।।

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8 MAR AT 9:35

ज़िंदगी को कुछ इस कदर गुज़ारता हूँ मैं,
ख़ामोश आँखों में उसी का अक्स उभारता हूँ मैं।
तकता हूँ राह उसके लौट के चले आने की,
वो भी तो कोई वजह नहीं छोड़ता मुझे सताने की।।

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4 MAR AT 22:28

बे-तकल्लुफ़ होकर, तुम जब कभी भी मिला करो,
पहलू में यूं आकर हंस कर हमसे गिला करो।
डर कर ख्वाबों से यूं, नींद ना आँखों से जुदा करो,
अपनी कैफ़ियत यूं सरेआम ना ग़ुमशुदा करो।।

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18 FEB AT 10:26

सोचता हूं अक्सर, जब भी तन्हाई में बैठा होता हूं,
कि अब मैं तुम्हारी मौजूदगी के बारे में क्या कहूं...
कि तुम एक आस ‌हो,
मेरी आंखों में बसे समंदर की,
कभी ना बुझने वाली प्यास हो!
तुम मेरा हिस्सा हो,
मैं एक आधी अधूरी कहानी हूं,
और तुम मेरी ही कहानी का मुकम्मल किस्सा हो!!

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11 FEB AT 19:05

अब अपने बारे में क्या कहूँ,
किस्सा हूँ, कहानी हूँ या कोई हसीं फ़साना हूँ,
यूँ ही पढ़ गुज़रने का मैं इक दिलकश बहाना हूँ।
धूप हूँ, छाँव हूँ या काली लम्बी इक रात हूँ,
किसी के दिल मे दफन कोई अनकही चुभती सी बात हूँ।।

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10 FEB AT 10:31

धड़कनों में अब वो वस्ल-ए-‌‌यार की ख़ुमारी ना रही,
अब वो पहले जैसा मर्ज़ न रहा अब वैसी बीमारी ना रही।।

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3 FEB AT 23:35

सुकून गिरवी रख के, मोहब्बत ख़रीदी थी जिसने।
आसान होगा इश्क़, क्या ये सोचा था तुमने।।

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22 JAN AT 7:24

आख़िरी मुलाक़ात में, रात ढली सितारों संग,
दिल का इक सवाल, लबों पर आके सहम गया।।

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15 JAN AT 7:41

तेरी मुस्कान का जादू, दिल को बहुत सताए,
रातें और लम्बी हो जाती हैं, जब तू याद आए।।

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