अनंत प्रेम का अथाह सागर, है ये चलती स्वांस।
अटक-भटक कर हुआ आज, देर-सवेर आभास।।
'माली' मौका पावन प्रेम का, जगी जन्मों की आस।
हुई देर हरि मिलन मे, त्याग कंचन कामिनी के रास।।-
BHARAT MALI
(Bharat "MALI")
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✍... "Continue with the continuity of knowing self":- BHARAT Mali
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Joined 25 September 2017
12 MAR 2023 AT 10:27
26 APR 2022 AT 15:53
और हम उन्हें जानबूझकर भूला देते हैं,
क्योँकि जब इंसान ना रहा
तो ये यादें कब तक रह पायेगी।-
26 APR 2022 AT 8:17
ऐसा किसने कहा है?
कल पुर्जों की मशीन नहीं है,
आत्मीय भावों से भरे इंसान है।
पग पग का आनंद लेने दो,
थोड़ा रुक कर देख लेने दो।
आखिर दौड़ कर जाना कहां है?
जीवन जीने को है इसे बस जी लेने दो,
हो कड़वी या मीठी हर घूंट पी लेने दो।।-
26 APR 2022 AT 8:10
गलतियाँ करने से?
जी भर के करो गलतियाँ।
बस इतना ध्यान रखो कि
एक ही गलती
दोबारा ना करो।।-
25 APR 2022 AT 18:38
दिल का जवाब:— कहना आसान है करना मुश्किल।
ए दिमाग तेरा लिखना आसान है मेरा भुलाना मुश्किल।-
25 APR 2022 AT 0:45
कुछ पल,कुछ दिन और बस यूहीं कुछ साल।
अनारंभी आनंद मे होते जाये मालामाल।।-
21 APR 2022 AT 10:09
सारी बाहरी हलचलों को भूला कर भीतर से शाँत हो जाये तो जमीन पर पड़ा पानी भी उँचे अनंत नीले आसमान को अपने ही भीतर पा सकता है।
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