" प्रेम सकल हो..,
भाव अटल हो...,
मन को मन की आशा हो...!
बिन बोले ही..,
व्यथा जान ले...,
ये अपनों की परिभाषा हो...!
उदास लम्हों को..,
कभी याद मत रखना...,
तूफ़ानों में भी वजूद....,
अपना संभाल कर रखना...!! "
किसी की ज़िंदगी..,
की ख़ुशी हो तुम...,
बस यही सोच कर....,
तुम अपना ख्याल रखना...!! "
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