4. कुण देवैलो हेलौ देखां, कुण देवैलौ गैलौ रे,
चालण हाळा चाल अेकलौ, जग रो तो मन मैलौ रे।
5. आसा री उडार म्हारी आकासां में छा री है।
माड़ी नीत आदमी री आदमी नै खा री है।
(2/2)-
1. जद तांईं संत-सूरमां अर साहितकारां री सांसां है।
करसां रै हिवड़ै री किलोळ, आ राजस्थानी भाषा है ।
2. बरसै च्यारूं कूंट च्यानणो, अंधकार नै आवै लाज।
जिको बूकियां पाण कमावै, वो धरती पर करसी राज ।
3. जावां च्यारूं कूंट में, जोवां जगत तमाम।
निसदिन मन रटतो रहै, प्यारो मरुधर नाम।
( 1/2 )-
रूठी बेगम , उड़ते बर्तन .. सब नज़ारे देखेंगे
चाँद घर में लाने वाले दिन में तारे देखेंगे 😉 😂-
इधर " Byeee " .. उधर " Hiii " ..
आपकी वफ़ाएँ .." aayeen.. haanyee .. " 😉
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ज़िन्दगी की कसौटी से हर रिश्ता गुजर गया ...
कुछ निकले खरे सोने से .. कुछ का पानी उतर गया ..-
हम लोगो से दूरियाँ बना लेते है ...
1) क्योंकि ... हम नही जानते है वो कैसे है ?
2) क्योंकि ... हम जानते है वो कैसे है !
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मनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतम् शरणं प्रपद्ये।।-
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