सजे थे महफ़िल में शरबत हज़ार,
पर प्यास तो पानी ने ही बुझाई...-
Bharat Bhushan
(खयाल- ए - बेपर्दा)
41 Followers · 21 Following
If anyone wants to connect with me join me up on Instagram
h read more
h read more
Joined 28 September 2017
30 AUG 2024 AT 8:15
बुढ़ापा खरीदते खरीदते
जवानी ना बेच देना यारो,
की वक्त का गणित थोड़ा खराब है...-
11 MAR 2024 AT 16:02
बहा दिया था इन ख्वाइसों को लहरों तले,
बरस के बादलों ने फिर नए अरमान जगा दिए ...-
10 MAR 2024 AT 11:09
किस्सों की श्याई लिए चलता रहा ये सफर,
आलम कुछ यूं बना की,
"हम कोरे रह गए यादों के पन्ने भरते भरते..."
-
16 FEB 2023 AT 8:09
Once a handsome fcukboy said,
"Beauty attracts attention, while
Character captures the heart."-
18 DEC 2022 AT 20:22
कुछ घुट तन्हाई के मिला दे साकी,
ये भीड़ कुछ अपनी सी लगने लगी है।-