अजीब है ये दुनिया,
दोस्ती का दिन बनाया है..
जीवन अधूरा है जिस दोस्ती के बिना,
उसे कैसे एक दिन में दिखलाया है....
सिर्फ शब्द नहीं हैं दोस्ती,
ऊपर वाले का बनाया एक अनोखा रिश्ता है...
जब अपनों ने साथ छोड़ दिया,
तो दोस्त ने हमेशा कंधे पर हाथ रखा है..
अरे कैसे समझा हूं दोस्ती को चंद शब्दों में,
जितना लिखूं उतना कम लगता है।
पता नहीं लोगो ने दोस्ती के लिए कैसे एक दिन रखा है.......
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