मेरे देश में आज इतना बवाल क्यों हैहक़ की लड़ाई पर इतना सवाल क्यों हैगरीबी, महंगाई, बेरोजगारी है मुद्दाआख़िर धर्म का ख़्याल क्यों हैजात पात, धर्म, दंगो की राजनीति आख़िर जीना इतना मुहाल क्यों हैजब लोकतांत्रिक जड़े है इस देश कीआख़िर ये सविधानिक संस्थाएं इतनी बेहाल क्यों है -
मेरे देश में आज इतना बवाल क्यों हैहक़ की लड़ाई पर इतना सवाल क्यों हैगरीबी, महंगाई, बेरोजगारी है मुद्दाआख़िर धर्म का ख़्याल क्यों हैजात पात, धर्म, दंगो की राजनीति आख़िर जीना इतना मुहाल क्यों हैजब लोकतांत्रिक जड़े है इस देश कीआख़िर ये सविधानिक संस्थाएं इतनी बेहाल क्यों है
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सब अपने सियासी मसलो में उलझे हैकौन करे इन मासूमों की हिफाजत का ज़िक्रसब अपना नफ़ा नुकसान साध रहे हैकौन करे इनकी भूख प्यास की फ़िक्र -
सब अपने सियासी मसलो में उलझे हैकौन करे इन मासूमों की हिफाजत का ज़िक्रसब अपना नफ़ा नुकसान साध रहे हैकौन करे इनकी भूख प्यास की फ़िक्र
सबकी जिंदगीका यही फ़साना हैग़मगीन हालातों मेंख़ुद को हसाना हैदुःख -सुख का चलताये हँसीन तराना हैलेकिन डटे रहना तुम्हेंहर मुश्किल को हराना हैमंजिल पर अपनी नज़रेगड़ाना हैमेहनत करके सफलतापाना है~ भँवर सिंह राठौड़ -
सबकी जिंदगीका यही फ़साना हैग़मगीन हालातों मेंख़ुद को हसाना हैदुःख -सुख का चलताये हँसीन तराना हैलेकिन डटे रहना तुम्हेंहर मुश्किल को हराना हैमंजिल पर अपनी नज़रेगड़ाना हैमेहनत करके सफलतापाना है~ भँवर सिंह राठौड़
मेरे दिल के एहसासतुझे चाहते हैहर ख़्वाबों में तुझेपाते हैदिन रात तेरेप्रेम के गीत गाते हैरातों को तेरीयाद लाते है -
मेरे दिल के एहसासतुझे चाहते हैहर ख़्वाबों में तुझेपाते हैदिन रात तेरेप्रेम के गीत गाते हैरातों को तेरीयाद लाते है
इस बार समझदार नागरिककी जिम्मेदारी लेनासोच समझकर इसबार वोट देनाकिसी लुभावने वादोंमें मत बहनाधर्म की सियासत कोअब ओर न सहनामंदिर, मस्जिद की राजनीतिको ना कहनागरीबी, बेरोजगारी के मुद्देपर साथ रहनाधर्म, जातिवाद का चोलामत पहननाविकास, अर्थव्यवस्था केनाम पर वोट देना -
इस बार समझदार नागरिककी जिम्मेदारी लेनासोच समझकर इसबार वोट देनाकिसी लुभावने वादोंमें मत बहनाधर्म की सियासत कोअब ओर न सहनामंदिर, मस्जिद की राजनीतिको ना कहनागरीबी, बेरोजगारी के मुद्देपर साथ रहनाधर्म, जातिवाद का चोलामत पहननाविकास, अर्थव्यवस्था केनाम पर वोट देना
hello -
hello
रूह को अपनी फिर से जगाउसमे सच्चाई की बुनियादभर, जोश और बुलंद इरादेसे जिंदगी की हर जंग लड़दूर कर हर काली परछाई कोउजाले की रौशनी को जिंदगीमें भर आगे बढ़ते चल -
रूह को अपनी फिर से जगाउसमे सच्चाई की बुनियादभर, जोश और बुलंद इरादेसे जिंदगी की हर जंग लड़दूर कर हर काली परछाई कोउजाले की रौशनी को जिंदगीमें भर आगे बढ़ते चल
hiii -
hiii
आई कई मुश्किलें लेकिन में संभल गयाहर मुश्किल परिस्थितियो में ढल गया -
आई कई मुश्किलें लेकिन में संभल गयाहर मुश्किल परिस्थितियो में ढल गया