मेरे खयालों में उसको अक्सर पाती हूं,
कभी हसते तो कभी शरमाते पाती हूं,
बेचैनी सी होती है उसके वगैर ...
साथ उसके खुद को महफूज़ पाती हूं।-
Bhanupriya Sahu
(B.priya Sahu)
645 Followers · 22 Following
Joined 1 January 2019
16 AUG 2023 AT 23:58
5 MAY 2023 AT 11:59
तुझसे मिलकर, हाँ में बदलने लगी हूँ,
सपनो की ख्वाइश सायद करने लगी हूँ,
इत्तेफाक था सायद तेरा मेरा मिलना...
पर तेरा फरियाद अब रब से करने लगी हूँ।-
25 SEP 2022 AT 4:47
भीड़ में दिल जाने कहां खो गया,
मिला न मुझे कहीं...गैर हो गया ।
कुछ ही पल में ये क्या हो गया,
नजर मिला तुमसे और प्यार हो गया ।।-
22 SEP 2022 AT 1:10
बात में करना चाहूं रोज मगर बातें नहीं होती है,
तेरे सपनों में रहती हूं पूरी ये रातें नहीं होती है।-
23 JUL 2022 AT 10:27
तेरे इश्क का बादल मुझमें छा रही है,
मुझको मुझसे ही दूर लिए जा रही है,
कैसे रोकू में इसे तेरी उल्फतों से ...
ये तो तुझमें ही डूबती जा रही है ।-
12 JUL 2022 AT 15:00
देख के तुझे न जाने कैसा सुकून मिलता है,
इस दिल को फिर से जीने का जुनून मिलता है।-
5 JUL 2022 AT 2:00
इस बैरंग सफ़र में मुझे रंग प्यार का चाहिए,
अकसर लडखराती है कदम,
मुझे साथ एक यार का चाहिए ।-