कुछ इस तरह है,दिल में मेरे
काश! वो सब मेरे अपने होते
जिनहे मैंने अपना सब कुछ माना था।।
-भानुप्रिया गुर्जर
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देश मेरे,देश मेरे,मेरी जान है तु।।।
इश्क-ए-कलम📝✒🍁❤
जय मोह... read more
स्वतंत्रता दिवस का पर्व मना रहे है हम
पर अभी भी कही ना कही
गुलामी झेल रहे है हम
असल मायने में हमें आजाद होना है
अपने भारत का नाम जहां में चमकाना है
पहन केसरी बाना हमने
अपनी धरती माँ का कर्ज उतारना है।।।-
अंग्रेज़ी भाषा ने छीन लिया है हिंदी भाषा का स्थान,
हिन्दी बोलने में करते है लोग बड़ी शर्म,
बिगड़ चुका है पढाई का तरीका,
बस अंग्रेजी बोलकर लोग दिखाते है अपना सलीका,
क्या हो गया मेरे देश का,
कभी हिन्दी भाषी हुआ करते थे हम,
आज हिन्दी लिखने और बोलने में पिछड़ते जा रहे है हम,
अंग्रेजी भाषा ने छीन लिया है हिन्दी भाषा का स्थान।।-
मेरे महादेव मेरा साथ देना,मेरी बस इतनी सुनना
दुनिया छोड़ने से पहले,अपने सारे तीर्थ स्थानो के
बस दर्शन करा देना
फिर जब चाहे अपनी शरण मे बुला लेना।।-
जो दूसरो मे गलतियाँ निकालते हो
खुद को क्या ज्यादा समझदार समझते हो।।-
तेरा यूँ तरह-तरह के मुहँ बनाना♥️🌏मुस्कुराना😍
सारे गम भुला देता है।।-