जब कोई बार बार हर बार
हमारे दिल पे चोट करें।-
ब्याकुल मन पुलकित भयो
बहे बसंत बयार
मुबारक हो सबको ये रंग बिरंगी
होली का त्योहार........-
स्वाभिमान है
मुरत होती है ममता की
अपने पापा की अरमान है
लड़ जाये वो सारी दुनिया से
अपने भाई की वो शान हैं
दुर्गा, लक्ष्मी, रुप है अनेकों
तभी तो ये महान है
एक औरत स्वाभिमान है।-
यहीं कहीं चमन में बैठा है
मेरी रूह और धड़कन में बैठा है
अब तो है वो किसी और बाग कि खुबसूरती
लेकिन क्या बताएं
वो तो आज भी मेरे मन में बैठा है...— % &-
और खुशी मोहब्बत से थी
गुंजारिस से सिर्फ जख्म और
मोहब्बत से हमेशा दर्द मिला।— % &-
हकिकत कुछ और होती है
हर हंसने वाला इंसान खुश नहीं होता।— % &-
तन्हा बस मेरी जिन्दगानी रह गई
जिसे समझा था हमने अपना
वो बस बन के कहानी रह गई।-
मेरी अहमियत का
हम तेरे जिंदगी से चले जाएंगे
तुम ढुढोंगे मुझे हजारों में
और हम सिर्फ चांद तारों में नजर आएंगे।-
कभी हम भी तेरे जान थे
सजाया था आसियान तेरे संग जिने कि
मेरे दिल में तेरी खातिर बहुतों अरमान थे।-