कुछ ख़ुशियाँ उधार में ही दे दो |
ग़मो का ये बोझ अब संभलता नहीं मुझसे |
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Bhaijaan
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मैं कोई professional शायर तो नहीं हूँ बस अपने अंदर की आवाज़ को feel कर लेता हूँ
Joined 27 June 2020
14 DEC 2020 AT 1:59
तेरी यादों में इस तरह खोया हूँ |
आँखों में तेरी मुलाक़ाते संजोया हूँ |
फिर भी नैनो से गिरते नहीं अश्क
क्योंकि आँखों से नहीं दिलों से रोया हूँ !!
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3 SEP 2020 AT 16:39
मुलाक़ातें मुख़्तसर सी होनी चाहिए
ज़्यादा वक़्त भी रिश्तों में
कङवाहट पैदा करता है !!-
30 AUG 2020 AT 9:48
खङी है ज़िंदगी चौराहों पर
नहीं समझ आता कुछ भी
बर्बाद कुछ इस तरह हुऐ
नहीं दिखता रास्ता कुछ भी
पढ़-लिखकर भी कुछ नहीं है हाथों में
आँखें नम रहती है अक्सर रातों में
वक़्त गुज़रता है सिर्फ और सिर्फ बातों में
की मन नहीं करता जीने का अब इन हालातों में-
28 AUG 2020 AT 10:24
बादल है पर बारिश नहीं
सवाल है पर जवाब नहीं
आँख है पर ख़्वाब नहीं
ख़ास तो सभी हैं यहाँ
पर कोई लाजवाब नहीं!!
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