कातिलो की बस्ती में दूर तलक कातिल ही कातिल है
कातिलो की बस्ती पसंद आयी है मुझे,
केवल कत्ल , केवल कत्ल और कुछ भी नहीं ।
कातिल केवल कातिल है ।-
अगर किसी कि मुर्खता का उच्चतर स्तर देखना हो; तो उसकी
हर बात पर सहमति जाहिर किजिए व मौन रहिए।-
द्रुपद नंदिनी ; उस नदी की तट रेखा थी जिसने कभी बाढ़ का रुप नहीं लिया।
माता सीता; जिनका हृदय समुद्र की तरह विशाल जिसका कोई छोर नहीं ।
-
मेरे मौन ने, तेरे मौन को समझा
बाकी जो बचा, वो खुदा ने समझा।-
जनाजे में शामिल,हर कोई रिश्तेदार नहीं
जीवन में शामिल, हर शख्स वफादार नहीं
-
कुछ जज्बात पन्नों पर नहीं उतारे जाते ।
कुछ हालात, किसी को बताए नही जाते ।
आसान नही होता हर सड़क का सफर।।
यू ही कुछ दर्द, किसी को बताए नही जाते।
कुछ किस्से,कहानियाँ अपने तक ही रह जाये।
कुछ किरदार मेरे है ,मेरे ही रह जाऐ
आसान नही होता, हर सड़क का सफर।-
मैं इतनी सहज ना थी
बारिश हुई ;बादलों को खबर नहीं
मैं रोई, आंखों को आभास नहीं
पुस्तकों के पन्नों में जीवन पा गई
कितनी सहज ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,थी मैं,,,,,,,,,,,,
-