हमारा प्रेम एक प्रज्वलित दीप है,
तुम उस दीप की शिखा हो, मैं उस की छाया .!
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तू मिला है जबसे कोई दुआ ही नही है
तुझ से ज्यादा करीब मेरा कोई हुआ ही नहीं है
तू जा रही है छोड़ कर मुझे किसके भरोसे
मेरे हिस्से में तो अब मेरा ख़ुदा भी नहीं है-
हमारे जीवन में भी कभी कभी कुछ क्षण ऐसे आते है, जब हम चारो तरफ से समस्याओं से घिरे होते हैं और कोई निर्णय नहीं ले पाते। तब सब कुछ नियति के हाथों सौंपकर अपने उत्तरदायित्व व प्राथमिकता पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। अन्तत: यश, अपयश ,हार ,जीत, जीवन,मृत्यु का अन्तिम निर्णय ईश्वर करता है। हमें उस पर विश्वास कर उसके निर्णय का सम्मान करना चाहिए।
कुछ लोग हमारी सराहना करेंगे,
कुछ लोग हमारी आलोचना करेंगे।
दोनों ही मामलों में हम फायदे में हैं,
एक हमें प्रेरित करेगा और दूसरा हमारे भीतर सुधार लाएगा।।
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करता हूं भारत माता से गुजारिश कि तेरी भक्ति के सिवा कोई बंदगी न मिले
हर जन्म मिले हिन्दुस्तान की पावन धरा पर या फिर कभी जिंदगी न मिले।
सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
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ए बारिश, ज़रा थम के बरस...
जब आ जाए वो, तो जम के बरस...
पहले न बरस, कि वो आ न सकें...
फिर इतना बरस, कि वो जा न सकें...!!
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पूरी धरा भी साथ दे तो और बात है,
पर तू ज़रा भी साथ दे तो और बात है।
चलने को एक पाँव से भी चल रहे हैं लोग,
पर दूसरा भी साथ दे तो और बात है।।
✍️-राधे भगीरथम शर्मा-
शौक से लीजिए इम्तिहान हमारा जनाब,
हम वो नही जो परखने पर खोटे निकले।
❣️
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यूँ ही नहीं बन गये पत्थर हम सालों खुद को तराशा है।
कुछ मेहरबानी रहीं जमाने की कुछ तजूर्बा इश्क ने
नवाजा हैं।
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पढ़ रहा है जमाना हमें अपने अपने अंदाज में,
शब्दो की हो रही है समझ में हेराफेरी।
जिसे जैसा चाहिए वैसा समझ रहे हैं।❣️-
ऐसा क्या लिखूँ की तेरे दिल को तस्सली हो जाए।
क्या ये बताना काफी नहीं की मेरी ज़िन्दगी हो तुम।❣️
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