भगवती तेरे भजन की अजब निराली बात, कंगाल भी हो जाए रातों रात में मालामाल, भजन करें कोई दीन दुःखी धरे सदा ही ध्यान, चमक प्रकाश की फेल जाए करदे उसे निहाल,,
भगवती तेरे भजन की अजब निराली बात, कंगाल भी हो जाए रातों रात में मालामाल, भजन करें कोई दीन दुःखी धरे सदा ही ध्यान, चमक प्रकाश की फेल जाए करदे उसे निहाल,,
जिंदगी जन्नत है या जहुनत बनने जा रही है,,। समय का फैर है या समय बर्बाद करने जा रही है,,।। क्या बताए बेदर्द जिंदगी का आलम दोस्तो तुम्हे,। सायद यह जिंदगी खुद कों तबाह करने जा रही है,,।।
मिल जाए गर खुदा तो मैं तुझे मांग लूंगा,,। सुबह शाम दुवाओ में तेरी अर्जी लगा लूंगा,,।। तेरे बिन जिंदगी बहुत उदास है मेरी जान,,। ईस जिंदगी की खुशी के लिए तुझे मांग लूंगा,।।