सुन
मैं धैर्य हूं , विनोद हूं ,
आतंक के लिए मैं रौद्र रूप हूं !
तालीम की मिसाल हूं , सच्चाई की मशाल हूं
मैं सरहदों पर काल हूं !
विपत्तियों में देता हाथ हूं
उन्नत से छूटा पीछे में बढ़ाता कदम उन्नति के साथ हूं !
मैं वेद हूं , मैं योग हूं ,
मैं शून्य की खोज हूं !
मैं हिंदू हूं , मुसलमान हूं ,
मैं सिख ईसाई हर धर्म का रखता ध्यान हूं !
मैं रखता स्वाभिमान हूं सर्वशक्ति का ऐलान हूं
मैं भारत हूं महान हूं !!
-