जब मैं था तब हरि नहीं अब हरि है मैं नाहिं !
प्रेम गली अति सांकरी, जा में दो न समाय !!
Sant Kabir
- Been A Mystic
4 JAN 2019 AT 20:26
जब मैं था तब हरि नहीं अब हरि है मैं नाहिं !
प्रेम गली अति सांकरी, जा में दो न समाय !!
Sant Kabir
- Been A Mystic