तेरे वादे पर जिये हम तो ये जान झूठ जाना कि ख़ुशी से मर न जाते अगर ऐतबार होता ~ग़ालिब~ -
तेरे वादे पर जिये हम तो ये जान झूठ जाना कि ख़ुशी से मर न जाते अगर ऐतबार होता ~ग़ालिब~
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