सुनो अगली बार आओ तो नसीब बनकर आना...
सुना है किसी को पाने के लिए मोहब्बत नही नसीब चाहिए होता है-
या तो कोई फेक देता है
या कोई अपनाने से इंकार कर देता है
पर कुछ तो होते है फराज
मोहब्बत के फूल को
अपनी डायरी के अंदर संभाले रखता है,
वो उसे हर वक्त निहार अपने मेहबूब को याद करता है
इश्क भले ही कामियाब हो न हो
यादों को जीने में क्या जाता है ..-
कितने तड़पे थे हम ये उस खुदा ने भी देखा था
उठते देख उसका जनाज़ा वो खुदा भी कई दिनों तक रोया था...
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मैं तो किराए का घर छोरते वक्त भीं रो दू
और फिर तुझमें तो मैंने अपना घर ढूंढ लिया था..-
In Hindi we say सब ठीक हो जाएगा
But in udru we say ~
“आहिस्ता आहिस्ता सब खत्म हो जाएगा..
गम न सही
हम ही सही ”-
और फिर वो मुझे हर किसी में ढूंढेगा
फ़िर मैं उसे किसी में नहीं मिलूंगी ..-
The 46 seconds of Ishq ...✒️
मैं आह भरूँ, तू हाय करे
बेचैन लिखूँ, बेचैन हो तू
फिर बेचैनी का बे काटूँ
तुझे चैन ज़रा सा हो जाए
अभी ऐंन लिखूँ, तो सोचे मुझे
फिर शीन लिखूँ, तेरी नींद उड़े
जब क़ाफ लिखूँ, तुझे कुछ-कुछ हो
मैं इश्क़ लिखूँ, तुझे हो जाए.....
~Lost&Found•-
It's not the goodbye that hurts
It's the flashbacks that follows ...-