खुश रहने की कोशिश में हम भुल गये हमारा वजूद और खो बैठे जो थी वह खुशी भी । खुशी ढूंढ़ने, मांगने से कभी कही नही मिलती, वह खुद को खोने से मिलती हैं, सिर्फ़ गौर जरूरी है
तन्हाई के लम्हें बहुत यादगार होते है, जितना गुस्सा अपने गलती पर उतना ही प्यार उस वक्त सजाए सपनों पर कुछ भी हो तन्हाई के लम्हें न चाहते हुये भी अपनाने को दिल हमेशा राजी रहता है।