विश्वाश का धीरे-धीरे आना,
जैसे साथ में कुछ खाना,
एक गिलास में कुछ पीना,
एक दूसरे के लिए खुश होना, रोना,
एक दूसरे को अपनी जान में समेट कर रखना,
बहुत सारा प्यार, गुस्सा, रूठना ,मनाना,
सपनों में आ कर परेशान करना,
खुली आँखो से याद करते रहना,
एक दूजे को सोच कर कभी मुस्कुरना,
कभी उदास हो जाना,
नराज हो कर कभी बात नहीं करना,
बात नहीं करने पर कभी नराज हो जाना,
मिलने पर गुस्सा दिखाना,
न मिलने पर गुस्सा हो जाना,
एक दूजे के लिए तड़पना,
एक दूजे की जान हुए जाना,
एक झलक को घण्टो इन्तजार करना,
सामने आने पर नज़र चुरा जाना,
आहिस्ते से दिल की बात बोलना,
और पूछने पर मना कर देना,
एक दूजे के ख्वाब में जिन्दगी जीना,
और एक दूजे की जिन्दगी का ख्वाब हो जाना,
एक दूसरे की ताकत बनना,
एक दूजे पर बहुत सारा भरोसा और
फिर दो जिस्म एक जान हो जाना॥
-हमसफ़र-
आप की सोच ही आप को जिन्दा रख सकता है."
-बम्भ... read more
बेजुबान रहना, गलती बिना सहना,
यही संस्कार है तो मुझे नहीं चाहिए।
बेटी के विवाह में, पिता बिके बाज़ार में,
यही अगर समाज है तो मुझे नहीं चाहिए।
बेहयाई आप की और तर्जनी पर लड़कियाँ,
यही अगर न्याय है तो मुझे नहीं चाहिए।
हक़, आवरू और अधिकार की लड़ाई अगर,
हीन-संस्कार है, तो यही मुझे चाहिए॥-
अब सहा नहीं जा रहा दर्द बहुत गहरा हैं,
हमारे अपनों के साँसो पर मौत का पहरा है।
Ab Sahaa Nahin Jaa Rahaa Dard Bahut Gahare hain,
Humaare Apanon Ke Saanso Par Maut Ke Pahare hain.-
वो सक्स जिंदगी भर
कँटीली राह पर चलता रहा, जिसके लिए,
वो मखमली रुमाल से घायल हुयी है।-
तुम्हें लत है मेरी और मेरे प्यार की,
तुमसे ग़फ़लत हुई है तुम्हीं को समझने में।-
मैं अगर शायर होता,
तुम्हे शायरी कर लेता,
लिखता कागज़ पर,
फिर सीने से लगाये फिरता।-
वो मासूम लोग थे जो इश्क़ कर गये,
ये सयाने लोग, इश्क़ का मोल-तोल करते है।-
शब्दों में कहाँ ताकत इतनी कि समझा सके जज्बातों को,
ये आपस की बात है पढ़ सको तो पढ़ो निगाहों को।-
बंदा वैसे भी
चार दिन का मेहमान है,
तुम अपनी मंज़िल देखो,
अपना सफर देखो...।-