शहर बदलते हैं ,
पिनकोड बदलते हैं,
बदलता नहीं जुनून-ए-'इश्क़
सर पर सवार, ये खुमार
इश्क का मसला, हजारों सवाल।
उसका आना, जिस्म थर्राना
अधूरी सी खुशियाँ, बेपनाह प्यार ।
दिल बहलाना, इश्क छुपाना
पेशानी पे मेरी नयी धुन सवार ।
बताना, जताना, छुपाना, दिखाना,
कातिलाना ये दिलों के बवाल।
मिलना, बिछड़ना, रूठना, मनाना ,
हुस्न की नुमाइश,
जिस्म तार-तार।
-