सरे राह.......
लाश के दो टुकड़े पड़े थे,
सर इधर पड़ा था धड़ उधर पड़ा था,
ताजा खून जो उस लाश से बह रहा था,
जमीन का वो हिस्सा खून से तर पड़ा था,
पूछा किसी ने........
कौन कम्बख्त है ये और किससे लड़ पड़ा था?
कातिल पास खड़ा था और बोला,
इश्क़ हूँ मैं और ये मुझसे लड़ पड़ा था।-
BALI PHLWAN
(BALI)
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◆ Certified professional national advance senior fitness trainer.
◆ ADVOCATE OF DELHI HIGHC... read more
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Joined 1 January 2020
4 NOV 2023 AT 1:08
19 JUL 2023 AT 22:37
मेरे हौसले का कमाल था
कि मैं खामोश रहा,
वरना जवाब इतने थे कि
सवाल ही पैदा ना होते।-
16 JUL 2023 AT 1:07
वो मेरे हाल से अंजान है,
उसके दर पर सदा दे कोई ....
ये लोग बहुत प्यार-प्यार कर रहे हैं
इनका गला दबा दे कोई.....-
16 JUL 2023 AT 0:54
ज़ख्म पे ज़ख्म देता है,
मरहम लगाने वाला
इतना अच्छा नहीं होता,
टांके लगाने वाला।-
16 JUL 2023 AT 0:40
कैसे आएगी नींद रात मे मुझे
कुसूर भी तो मेरा है,
आदत जो डाली थी रात मे
बात करने की तुझसे।-
16 JUL 2023 AT 0:35
जम कर हो रही है आजकल कुछ
ये बरसात ऐसे,
खतरे के निशां से ऊपर जज़्बात
बह रहे हों जैसे।-