सच वो समंदर है जिसकी एक बूंद भी मिलने पर सब कुछ बदला सा दिखता है पर हमें वही दिखता है जो हम देखना चाहते हैं। -
सच वो समंदर है जिसकी एक बूंद भी मिलने पर सब कुछ बदला सा दिखता है पर हमें वही दिखता है जो हम देखना चाहते हैं।
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सम्मान बहुत ही मूल्यवान चीज़ है, जल्दी यूं ही किसी को भी नहीं दे देना चाहिये। -
सम्मान बहुत ही मूल्यवान चीज़ है, जल्दी यूं ही किसी को भी नहीं दे देना चाहिये।
हम जो दूसरों को देते हैं, वो ही हमें मिलने लगता है। प्रेम देंगे, तो ही प्रेम मिलेगा। पर हम हमेशा यही सोचते हैं कि हम तो करते हैं पर सामने वाला नहीं करता। सच तो ये है कि देने की कला जानते ही नहीं अभी हम। -
हम जो दूसरों को देते हैं, वो ही हमें मिलने लगता है। प्रेम देंगे, तो ही प्रेम मिलेगा। पर हम हमेशा यही सोचते हैं कि हम तो करते हैं पर सामने वाला नहीं करता। सच तो ये है कि देने की कला जानते ही नहीं अभी हम।
व्यक्ति की कोशिश न करने के पीछे एक कारण ये भी है कि उसे लगता है कि वो कहीं न कहीं संतुष्ट है अपने आप से। -
व्यक्ति की कोशिश न करने के पीछे एक कारण ये भी है कि उसे लगता है कि वो कहीं न कहीं संतुष्ट है अपने आप से।
दूसरों पर हमेशा दोषारोपण करने का दुष्परिणाम ये हुआ है कि हम स्वयं के सच से ही अनभिज्ञरह जाते हैं। -
दूसरों पर हमेशा दोषारोपण करने का दुष्परिणाम ये हुआ है कि हम स्वयं के सच से ही अनभिज्ञरह जाते हैं।
हमारी बात, अक्सर लोग इसलिए नहीं मानते क्योंकि हम अपनी बातों से ही उनको बदलना चाहते हैं, जबकि हमारे जीवन की हक़ीक़त हमारी बातों के ही विरोध में दिखती है। -
हमारी बात, अक्सर लोग इसलिए नहीं मानते क्योंकि हम अपनी बातों से ही उनको बदलना चाहते हैं, जबकि हमारे जीवन की हक़ीक़त हमारी बातों के ही विरोध में दिखती है।
उसकी चाहत की बात ही कुछ खास थी। पर उसमें तनिक भी नहीं मुझे आस थी।।😂😂😂 -
उसकी चाहत की बात ही कुछ खास थी। पर उसमें तनिक भी नहीं मुझे आस थी।।😂😂😂
A peace that is disturbed is not peace.And a silence that is disturbed is just a dream. -
A peace that is disturbed is not peace.And a silence that is disturbed is just a dream.
मन के रोगों का कारण लगातार बोलते रहना -
मन के रोगों का कारण लगातार बोलते रहना
जीवन में कुछ भी करने, बनने या होने का चुनाव यदि प्रेम, आंनद और शान्ति को ना बढ़ाता हो, तो थोड़ा ठहरकर पुनः विचार करने की आवश्यकता है। -
जीवन में कुछ भी करने, बनने या होने का चुनाव यदि प्रेम, आंनद और शान्ति को ना बढ़ाता हो, तो थोड़ा ठहरकर पुनः विचार करने की आवश्यकता है।