Girlfriend bnani hai
Kaun kaun se documents
Ki jrurt pdegi-
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उनकी एक नजर से मुस्करा दिए हम ।
उन्हें लगा बीमार का हाल अच्छा है ।।-
कहीं बदनाम ना हो जाऊ,
कहीं बेनाम ना हो जाऊ ।
इश्क़ बड़ा अजीब चीज़ है यारो
कहीं तलबगार ना हो जाऊ ।।-
अतीत ने दरवाजे पे दस्तक दी है ।
पूछा खुद की तलाश में क्या पाया है ?
कुछ पल जी लिए कुछ पल खो दिए ।
साथ जो थे कहीं न कहीं खो दिए ।
अपनी तलाश में हम जीना ही भूल गए ।
महफ़िल में अच्छे तो कहीं बुरे कहलाए ।
सीने में दर्द दबा कर होठों से मुस्कुरा दिए ।
खुद टूट कर दूसरों को जीना सिखा दिए ।
अतीत तेरी तलाश अधूरी रह गई ।
कल भी अकेले और आज भी अकेले रह गए हम।।
-उत्कर्ष
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कंधे पे बैठा के बहुतों मेले दिखाए तुमने ।
बुढ़िया के बाल, चुंगले, कंपट,गोलगप्पे ना जाने क्या क्या खिलाया तुमने ।।
राजा रानी की कहानी ,जिंदगी के तजुर्बे सुनाए तुमने ।
बचपन की सैतानी न जाने कितनी लड़ाइयों से बचाया तुमने ।।
मम्मी पापा अब भी सैतनी देख बोलते है बिगड़ा बाबा तुमने ।
सच तो ये है सुख तुमने दुख तुमने इंसानियत तुमने जिंदगी का मतलब बताया तुमने ।।
।। भावपूर्ण श्रद्धांजलि ।।
दादा जी
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तेरा हाथ मेरे हाथ में हो कहीं ये पल थम सा जाए ।।
धरती आस्मा सब ठहर जाए तेरी आंखो में खो जाए ।।
होठो का गुलाबी रंग गुलाब की महक कहीं बिखर जाए।।
खूबसूरत ये पल कहीं आकर तेरी बाहों में खो जाए ।।
दिल के लब्ज आंखो से सारी बात हो जाए ।।
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कुछ दिन की दूरी न मिलने की मजबूरी,
याद तेरी फरीन दरिया से भी गहरी ।।
दिल की तन्हाई अश्रु बनकर है गुजरी ,
आ गले लग जा सही न जाए ये दूरी ।।
आंखो से पढ़नी है बातें जो है अधूरी ,
खो वजूद अपना जीने को तू है जरूरी ।।
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हकीक़त से रुकसत होते है कि वो
मर्द पैदा करती है फिर भी मर्द नहीं होती ।।
मां तो मिलती है बहुत अच्छी सबको
मगर हर मां को अच्छी औलाद नहीं मिलती ।।-
तारीखो के मोहताज फरवरी मना रहे है ,
एक तरफा मोहब्ब्त वाले फोटो देख कर काम चला रहे ।।-
जिस्म की चाह में आशिक वैलेंटाइन मना रहे है ।
कैसा जमाना है रे इसे ही सच्चा प्यार बता रहे है ।।
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