हिन्दू मुस्लिम सीख ईसाई सबका एक नारा है।
सबसे अच्छा सबसे प्यारा हिन्दुस्तां हमारा है।।
सोने की चिड़िया था भारत उसको सब ने लूटा है।
देखो आज गौरो का कैसा घंमड ये तूटा है।।
देश की आन के खातिर जिसने हार कभी ना मानी थी।
खूब लडी मर्दानी वो तो झांसीवाली रानी थी।।
2)देश के वीरो ने देखो अपना लहू बहाया था।
भगत राज्य सुखदेव को फांसी पे झूलाया था।।
देश को है नाज उन पर उनकी ये कुर्बानी थी।
आजादी के यज्ञ में उनको आहूति डलवानी थी।।
3)आजादी का अमरित उत्सव हमको आज मनाना है।
हर कोई बस जान ले हमको हमको यही बताना है।।
लहेरा के तिरंगा हर घर बस यही ऐलान है।
भारत देश के वासी हैं हम भारत मेरी जान है।।
हिन्दू मुस्लिम सीख ईसाई सबका एक नारा है।
सबसे अच्छा सबसे प्यारा हिन्दुस्तां हमारा है।।-
मेरी कलम मे अभी भी धार बाकी है।
क्या समझे थे शायर मर गया सुनो! जान बाकी है।।-
अब वो दौर नहीं कि मौहबत के खातिर जान दे।
अब वो दौर है कि बस जाता है तो जान दे।।-
मेरी जान तुमने इक इरादा किया था।
हंमेशा साथ रहेने का वादा किया था।।-
काफी महंगे शोख पाल रखे हैं।
मैंने आस्तिन मे सांप पाल रखे हैं।।-
सूरत ए हाल ये है कि बस अब क्या फिक्र करे।
तुझसे बिछड़ना ही है तो मिलने कि क्या जिद्द करे।।-
मन मंदिर मे लग गया तेरे जाला है।
हर किसी के दिल का रंग काला है।।
तुम खुद को अपने आप में क्या समझते हो?
यहाँ हर कोई हर किसी से आला है।।
अब दिनभर की खबरों को कोन पढता है?
ये राजनीति इक बेहद गंदा नाला है।।
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परवाने मौहब्बत के जल जाते है मगर दीवाने मौहब्बत के मरते नहीं है।
इश्क करते है तुमसे और बेपनाह करते है केह दो सभी से हम डरते नहीं है।।-
हर किसी कि होनेवाली आजमाईश है।
खुदा खैर करना ये दो हजार बाइस हैं।।-
करीब होते हुए भी इक दूसरे से दूर है।
दिसंबर और जनवरी दोनों मजबूर है।।
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