वो तीसरा शख़्स कितना खुशनसीब होता है,जिसे आपका मनपसंद शख़्स उसे मुफ्त में मिल जाता है। -
वो तीसरा शख़्स कितना खुशनसीब होता है,जिसे आपका मनपसंद शख़्स उसे मुफ्त में मिल जाता है।
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सब अपने हैं , यहीं तो झूठे सपने हैं। -
सब अपने हैं , यहीं तो झूठे सपने हैं।
जब घरवाले रोकना टोकना बंद कर दें,तो समझ लेना आवारा हो चुके हो तुम। -
जब घरवाले रोकना टोकना बंद कर दें,तो समझ लेना आवारा हो चुके हो तुम।
जिनकी पनाहों में रहकर ये उँगली उठा रहे हो,याद रखना,जिस दिन दायरे सिमट जाएँगे तब ख़िलाफ़त हमारी होगी। -
जिनकी पनाहों में रहकर ये उँगली उठा रहे हो,याद रखना,जिस दिन दायरे सिमट जाएँगे तब ख़िलाफ़त हमारी होगी।
अपनों को दुखी करके,दूसरों को खुशी की दुआ देते हैं लोग। -
अपनों को दुखी करके,दूसरों को खुशी की दुआ देते हैं लोग।
धागे बहुत कमज़ोर चुन लेते हैं हम,और फिर सारी उम्र गाठ बांधने में गुज़र जाती है... -
धागे बहुत कमज़ोर चुन लेते हैं हम,और फिर सारी उम्र गाठ बांधने में गुज़र जाती है...
वक्त का पता नहीं चलताअपनो के साथ,लेकिन अपनो का पता चल जाता हैवक्त के साथ। -
वक्त का पता नहीं चलताअपनो के साथ,लेकिन अपनो का पता चल जाता हैवक्त के साथ।
तजुर्बा देखना है तो मेरी आखों में देखिए,हरकतों से तो मैं आज भी बच्चा हूं। -
तजुर्बा देखना है तो मेरी आखों में देखिए,हरकतों से तो मैं आज भी बच्चा हूं।
परेशानी यह नहीं की दिन बुरे चल रहें, मसला ये है कि दिन भी जवानी के है। -
परेशानी यह नहीं की दिन बुरे चल रहें, मसला ये है कि दिन भी जवानी के है।
चराग़ों की लौ से सितारों की ज़ौ तक तुम्हें मैं मिलूंगा जहां रात होगीमुसाफ़िर हैं हम भी मुसाफ़िर हो तुम भी किसी मोड़ पर फिर मुलाक़ात होगी। -
चराग़ों की लौ से सितारों की ज़ौ तक तुम्हें मैं मिलूंगा जहां रात होगीमुसाफ़िर हैं हम भी मुसाफ़िर हो तुम भी किसी मोड़ पर फिर मुलाक़ात होगी।