Happy Women's Day
-
Kuch baatein, jo da... read more
"आजादी उधार की हो तो लौटानी पड़ती है, पंख आजादी के यूँ तो बिकते नहीं बाजार में... पर इसे पाने के लिए कीमत महँगी चुकानी पड़ती है... शर्तो भरी जिंदगी तो मंजूर है हमें, बशर्ते... कि वो शर्तें सिर्फ हमारी अपनी हों...!!"
-
"हाथों से छूटकर गिरता है काँच, और... वही हाथ जब उन्हें समेटने लगें तो कुछ ऐसा घाव दे जाते हैं
वो काँच, कि न निशान मिटता है
न दर्द भुलाया जाता है...!"-
"पतंग उम्मीदों के, उड़ेंगे हज़ार... कुछ भरेंगे ऊंची उड़ान, कुछ कहीं बीच में बदलेंगे रुख अपना, कुछ पा लेंगे ठिकाना नया, तो कुछ छू लेंगे आसमान...!!"
-
"अक्सर बदलाव का कारण भी वही लोग होते हैं,
जिन्हें हमारे बदल जानें की शिकायत
सबसे ज्यादा होती है...!!"
-
"शिकायतें, इनकी भी अपनी अहमियत है, ये उन्हीं से की जाती हैं जिन्हें इनकी कदर होती है...
यूँ तो होते हैं बस कुछ शब्द, पर उन शब्दों को भी
वहां फिजूल नहीं कर सकते
जहां इनकी कीमत न रहे...!!"-
"अपने ही वक्त को अपने नाम कर लिया करते हैं हम कभी-कभी, कुछ पल जिंदगी के, अपने नाम कर लेते हैं कभी-कभी... अपनी ही सोहबत में रहना सुकून देगा, हमने जाना संग रहकर अपने, माना ये जिंदगी है उलझनों भरी, सुलझाते हुए उलझनों को मिल लेते हैं खुद से हम, कभी-कभी...!!"
-
"ये जो बिंदी है 'हिंदी' शब्द में, हमारे भारत माता के माथे का कुमकुम है, जो सजी है हमारे वीरों के लहू से, जो तैनात हैं इसकी सुरक्षा में सरहद पर। 'हिंदी' सिर्फ एक भाषा नहीं, ये एहसास है, ये पहचान है हमारे देश की। हम 'हिंदी' हैं, और हिंदी रहेंगे, चाहे कितने ही भाषा में बोल लें, चाहे कितने ही अंग्रेजी बोल लें पर मन की बातें तो हिंदी से ही आती हैं, हिंदी है तो हम हैं, हिंदी से पहचान है और हमें गर्व है कि हम 'हिंदी' हैं।"
-
"राहगुज़र कुछ ऐसे भी आते हैं
जिस पर बिना
किसी मंजिल के चल पड़ते हैं...
सफर का कोई साथी हो न हो
काफिला फिर भी बनता जाता है...
हमराही खुद ही खुद के बन जाते हैं,
कुछ नयी दास्तान बनती है,
पुराने कुछ अधूरे रह जाते हैं...
माना वो पूरे हो नहीं पाते
पर कुछ सीख दे जाते हैं...!!"-