है कोई
चंद्रमा शि शीतल
सुरजा शि तेज
सुबह शि शांत
और कमल शी कोमल
पानी शा बो निर्मल
और आँखों में है काजल
उसकी आँखों में खो जाता हूँ
देख के उसे सब भूल जाता हूँ
उसके होने से सब कुछ पूरा लगता है
उसकी बात से हाय दुखी आदमी भी खिल जाता है
वो हिमालय सी है शांत
और मैं हूं बरफ की तरह उसके साथ
साथ तेरे यूं ही रहता रहूंगा
कहेदे तुझे बी इश्क है मुझसे
तेरे कदमो में हर बक्त झुकूंगा
जहां तुझे मैं तो अपनी पूजा में मानूंगा
अभि कहेदे भी और कितना तेरे बिना तड़पूंगा-
लोगो को प्यार देते-देते थक गए
हमें कोन कहां प्यार देने बाला था
हार गए उन सबको अपना समझते समझते
हमें कोई कहा अपना समझने वाला था
सुनने के लिए तो तरस जाते थे हम आप ही हमारे सच्चे दोस्त हो कहेके
हमें कोई कहा दोस्त भी मानने वाला था
लगता है हमारे प्यार में ही कुछ कमी थी
इसलिए शायद कहा कोई हमसे प्यार करता था
यहीं तो जिंदगी है
चलो क्या करे
युही कभी सभी को तो एक ना एक दिन अल्बिदा कहने वाले है
है अभी जिंदा मगर कभी तो मरने बाले है-
कि हां आज बी याद है तू मुझे
केसे भूल सकता हूं मैं तुझे
जहां ढूंढती रहति है ये आंखे तेरे नजरों को
जहां रुका हुआ है ये धड़कन
तुझे देखके धड़कने को
कहा है तू
ये आँखे तरस गई है तुझे देखने को-
तुम जानना चाहते हो
मुझे तुमसे प्यार है कितना
तो पुछ लो उन हवाओ को
जो मेरी हर सांस में बहेता है
तो पुछ लो इन धड़कनो को
जो तुम्हारे लिए हर वक्त धड़कता है
तो पुछ लो इन आँखों को
जो तुम्हें देखने के लिए हर वक्त तड़पता रहा ता है
तोपुछ लो इन भावनाओ को
जो तुम्हारे लिए हर समय
सोच ता रहता है-
थक गया हूं अब और नहीं
अब शांत रहना सही होगा
लोगो को प्यार देते देते
खुद को ही भूल गया हूं
अब खुद पर आना सही होगा
अब और नेही
निभाते-निभाते थक गया हु हर एक किरेदार को
अब अकेला रहे ना सही होगा
हर एक चेहरे को पढ़ लिया हूं मैं जहां
अब जान गया हूं किसके लिए केसा हूं मैं
थक गया हु लोगो को हसाते हसाते
अब उनके हिसाब से उनसे दूर रहे ना सही होगा-
मत सोच कि मैं अकेला हूं
एक चाँद के लिए लाख तारें बी होते हैं
क्या करें
बो तो वक्त बताता है
कोन आपने और कोन पराए होते हैं😊
-
दिन बढ़ ते गए
तो रात ढलते गए
महिना जाते गए जहां
अब कुछ ही दिन में ये साल बी ख़तम हो जाएगा
जी ले हर पलो को ए दोस्त.....
ना जाने कब एक नया मोड़ आजाएगा
खुशियों से रह ए दोस्त हर पलो को
क्यों की ये समय और ना वापस आएगा-
कुछ जरूरतें पूरी ,कुछ ख्वाइशें अधूरी
इन्ही सवालो के जवाब है जिंदगी
लम्हों की खुली किताब है जिंदगी
ख्यालों और सांसो का हिसाब है जिंदगी
कुछ पल की यह जिंदगी
और वक्त बड़ा अनमोल
प्रेम प्यार से सबसे मिल
जीवन मे खुशियां घोल ❤️-
वक्त का पहिया चलता गया
जिंदगी के किताब से
पन्नो से पन्ने निकलता गया
कुछ बदल गया तो कुछ रह गया
फेर भी ये वक्त चलता गया
जी ले हर पलो को ए दोस्त
ना आएगा और दोबारा है
जिंदगी और कुछ भी नहीं
यहाँ आना और जाना है ||❤️-
कभी था कभी रहा था
कभी सामने था
आज दुर है
तू तो सपनों में हे
तो दिल में है
तू आज भी है दिल मे
तो कल बी रहेगी
तू भले भूल जाए मुझे
मेरे लिए तू मेरे दिल में हमेशा रहेगी-